देश में खेती के प्रकार परिभाषा 2024 : जानिए खेती से लाभ और नुकसान

Last Updated on April 16, 2024 by krishisahara

मिश्रित खेती क्या है | कृषि /खेती के प्रकार | खेती से लाभ और नुकसान | What is mixed farming | सामान्य खेती क्या है | विशिष्ट खेती | रेंचिंग प्रकार की खेती | बहु प्रकार की खेती | शुष्क खेती /Dry Farming

देश में खेती करने के तौर-तरीके तथा प्रणालियां अलग-अलग प्रचलित है | खेती के इन प्रकारों का विभाजन वातावरण, कृषि-संसाधन, परिस्थितियां, किसान आय, कृषि ज्ञान, उद्देश्य, सरकारी सहायता, खेत की मिट्टी जलवायु तथा प्रकृति के अनुसार आदि कारकों से निर्धारण होता है |

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खेती के प्रकार/खेती के प्रकार

खेती के प्रकारों में आता है कि भूमि का उपयोग फसल को उगाना किस उद्देश्य से किया जा रहा है |आइए आज हम बात करेंगे खेती के प्रकार, खेती की प्रमुख परिभाषाएं तथा खेती से लाभ और नुकसान, खेती कैसे करें आदि के बारे में –

खेती के मुख्य प्रकार क्या है/ खेती के प्रकार ?

भूमि का उपयोग फसल उगाने के लिए किस प्रकार किया जाता है, यही से खेती के प्रकार का निर्धारण होता है | देश में किसान अपनी परिस्थिति तथा सुविधाओं, आवश्यकताओं के अनुसार खेती को अलग-अलग प्रकार से करता है | आइए जानते हैं कृषि के कितने प्रकार होते हैं

  1. मिश्रित खेती /Mixed Farming
  2. विशिष्ट खेती / Specialized Farming
  3. बहु प्रकार की खेती /Diversified Farming, multifamily farming
  4. शुष्क खेती /Dry Farming
  5. रेंचिंग प्रकार की खेती /Ranching Farming
खेती के प्रकार

मिश्रित खेती क्या है (What is mixed farming)?

Mixed Farming प्रकार में किसान खेती-बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन भी करता है यानी कि कृषि पशुपालन पर निर्भर होती है और पशुपालन कृषि पर निर्भर होता है | मिश्रित खेती देश में अधिकतर की जाने वाली खेती का प्रकार है तथा इसमें किसान की आय बहुत ही कम होती है यानी कि 10% से कम कम मिश्रित खेती का सही लाभ है | Mixed Farming में किसान अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करने में सहायक मानता है |

मिश्रित खेती में जो भी फसल उगाई जा रही है या जो पशुपालन हो रहा है उसे कुल उपज का केवल 10% ही लाभ मिल पाता है |

विशिष्ट खेती क्या है (What is specific farming)?

खेती के इस प्रकार में केवल एक ही फसल को उपजाया/उगाया जाता है | एक ही विशेष फसल बोई जाती हो और उसी से ही पूरा लाभ कमाया जाता विशिष्ट खेती कहलाती है | गन्ना, कॉफी, कहवा, चाय, यानी कि मोटे तौर पर कहां जाए तो नगदी फसले विशिष्ट खेती में आती है |

Specialized Farming मुख्य रूप से लाभ कमाने के उद्देश्य से की जाती है | विशिष्ट खेती में कुल उत्पादन का में प्रति फसल पर 50% से अधिक का शुद्ध मुनाफा मिल जाता है |

https://twitter.com/pmfby/status/1654040547168796672?s=20
खेती के प्रकार

बहुप्रकारीय खेती क्या है (What is multitype farming)?

बहु प्रकार की खेती में अनेक प्रकार की फसलें एक साथ उगाई जाती है | मिश्रित खेती और बहुप्रकार की खेती में एक मुख्य अंतर होता है कि बहु प्रकार की खेती में लाभ का प्रतिशत अधिक होता है, इसमें लाभ का प्रतिशत 50% से कम रहता है जबकि मिश्रित खेती में केवल 10% ही रहता है |

अपने की बहुप्रकारीय की खेती में मूल भावना यही होती है कि एक ही खेत में अनेक प्रकार के फसलों को उगाना होता है |

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शुष्क खेती क्या है (What is dry farming)?

dry farming को सूखा/शुष्क खेती भी कहते हैं यानी ड्राई खेती इस प्रकार की खेती में सिचाई सुविधाओं आदि का अभाव रहता है | पानी/जल कम मात्रा में ही खेती संपन्न की जाती है, शुष्क खेती कहलाती है | शुष्क खेती विशेष क्षेत्रों में की जाती है जहां पानी की मात्रा बहुत कम होती है यानी कि 20 इंच/50 CM प्रति वर्ष वर्षा का कम होना वहां खेती को करना शुष्क खेती मानी जाती है |

यह खेती ज्यादातर पठारी क्षेत्रों में जैसे मंगोलिया का पठार, भूमध्यसागरीय प्रदेश, भारत में  पहाड़ी क्षेत्रों में मानी जाती है |  

शुष्क खेती में फसलों की बुवाई गहरी बुवाई की जाती है तथा वाष्प पानी के उत्सर्जन रोकने हेतु विशेष प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जाता है| वाष्प प्रबंधन, जससे ज्यादा से ज्यादा दिनों तक नमी बनी रहे |

dry farming में फसलें भी ऐसी लगाई जाती है, जो कम समय में तैयार हो जाएं यानी जिन्हें कम पानी की आवश्यकता हो |

रैंचिंग की खेती क्या है (What is ranching farming)?

Ranching farming को पशुपालन खेती भी कहते है क्योंकि खेती के प्रकार में किसान का मुख्य उद्देश्य खेती से लाभ कमाना नहीं है | इस खेती का मुख्य उद्देश्य है पशुओं के लिए चारा लेना है यानी कि फसल के साथ किसी भी प्रकार की बुआई, निराई-गुड़ाई, उपज प्राप्त नहीं की जाती है | खेतों में चारे वाली फसलों के बीज का छिड़काव कर चारे का पैदावर लेना है |

दुनिया में रैंचिंग खेती ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा की जाती है | Ranching farming भेड़पालक किसान खेती को केवल पशुओं के चारे के लिए करते हैं कोई भी विशेष फसल नहीं लगाई जाती है |

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खेती के प्रकार

खेती से लाभ और नुकसान ?

देश में खेती के लाभ और नुकसान की बात करें तो हर सिक्के के दो पहलू होते है | कोई भी कृषि क्रिया-प्रक्रिया गलत नहीं होती है देखा जाए तो कृषि पुराने समय से सजीव और निर्जीव का मुख्य आवश्यकता/अंग रही है| आज के समय देश की 58% जनसंख्या कृषि पर ही निर्भर है |

  • खेती के लाभों में दुनिया की आदि से ज्यादा आबादी को रोजगार और खाध्य सुविधा उपलब्ध कर रही है |
  • ग्रामीण आबादी में खेती का काम कम लागत के साथ अपना रोजगार प्राप्त कर सकता है |
  • खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में खेती का बहुत बड़ा योगदान है |

खेती से होने वाले मुख्य नुकसान ?

खेती में होने वाले नुकासान की बात करें तो खेती एक जोखिम भरा व्यवसाय है | किसान की आय और खेती का उत्पादन सब मौषम और सरकारी नीतियों पर निर्भर रहता है | आइए जानते है खेती में होने वाले नुकसान और हानिया-

  • खेती बाड़ी की लागत आज के समय बढ़ गई है |
  • फसल का उत्पादन मौषम/परिस्थितियों पर निर्भर रहता है |
  • सामान्य खेती प्रकार से खेती-बाड़ी करना आज असंभव हो गया |
  • खेती पर निर्भर किसान और किसान परिवार की आय हर समय अनिश्चित रहती है |
  • मेहनत और श्रम लागत के हिसाब से उतना उत्पादन नहीं मिल पाता है |
  • वर्तमान में चल रही सरकारी और तकनीकों के बिना खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है |

कृषि के प्रकार की PDF?

कृषि कितने प्रकार की होती है जानिए कृषि से संबधित अधिक जानकारी – PDF डाउनलोड

जैविक खेती pdf?

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