Last Updated on May 20, 2022 by krishi sahara
हाल ही में केंद्र सरकार का गेहूं का निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किसानो और व्यापारियों की मुश्किले बढ़ा दी है| खबर की माने तो सरकार ने Export Ban के बाद बदले हालत को देखते हुए सरकार ने समर्थन मूल्यों की खरीद तारीखों में बदलाव किया है| सरकार ने देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया है जो सभी राज्यों में अलग अलग रखी गई है –

इस बार देश के किसानों को मंडीयों के बहार MSP से ज्यादा कीमते मिली है, जिसकी वजह से कई किसानो ने रजिस्ट्रेशन करने के बाद भी सरकारी मंडियों के बहार अपना गेहूं बेचना शुरू कर दिया| कृषि मंत्रालय का कहना है की पिछले साल की तुलना में इस बार गेहू की सरकारी खरीद बहुत कम हुई है, जिसके चलते गेहूं निर्यात को रोकना पड़ा |
गेहूं निर्यात समाचार में विशेष ?
रबी सीजन 2022-23 में मध्य प्रदेश में सर्वोधिक गेहूं का निर्यात देखा गया और पंजाब से सर्वोधिक MSP पर खरीद का काम हुआ है| अब सरकार के इस फैसले से दुनिया में गहराया गेहूं का संकट, दुसरे गेहूं उत्पादक देश उठा सकते है इस मोके का लाभ | – गेहूं निर्यात न्यूज़
अब गेहूं खरीद की अंतिम तिथि क्या है ?
गेहूं निर्यात पर रोक लगाने से पहले सरकार ने 14 मई तय की गई थी, जिसको अब एक महिना और बढ़ाकर 15 जून तक कर दी गई है|
मध्यप्रदेश में गेहूं खरीदी कब तक चलेगी | 15 जून 2022 |
उत्तर प्रदेश में गेहूं की खरीद कब तक | 15 जून 2022 |
राजस्थान गेहूं खरीद की अंतिम तिथि | 10 जून 2022 |
बिहार | 15 जून 2022 |
गुजरात | 15 जून 2022 |
हिमाचल प्रदेश | 15 जून 2022 |
हरियाणा | 31 मई 2022 |
पंजाब | 31 मई 2022 |
गेहूं का निर्यात पर रोक का असर ?
किसानों का इस फैसले का सीधा-सीधा प्रभाव पड़ा है- 3000 के आस-पास के भावों की बजाय 2015 रु / क्विंटल बेचने पर आया अब किसान|
व्यापारियों के लिए निर्यात में कई सीमाए लगाई गई है, जिनके बिना नही हो सकेगा गेहूं निर्यात |
अब तक गेहूं के 500 रु / क्विंटल तक टूटे मंडी भाव – बिक रहा है 2000 से 2400 के बीच भावों में |
क्या गेहूं का भाव बढ़ सकता है?
भाव बढ़ने की बात करें तो अभी भी अगले एक साल तक विदेशों में गेहूं की मांग बनी रहने की उम्मीद है, यदि सरकार वापस गेहूं निर्यात निति को सरल बनाकर लागु करें और घरेलूं मांग में वृद्धि दिखे तो भाव तेज होने के आसार है|
यह भी पढ़े –