Last Updated on August 13, 2022 by krishisahara
लम्पी स्किन डिजीज दवाई/वैक्सीन | लम्पी स्किन रोग घरेलू उपचार | लंपी त्वचा संक्रमण की वैक्सीन | लम्पी स्किन रोग उपचार मराठी | Lampi Disease in cow TREATMENT in Hindi
चाहे कोरोना हो या लंपी सरकार और जनता के लिए बना बांस | पशुओ में देखते ही देखते पुरे देश में तेजी फेलता जा रहा है – लम्पी स्किन रोग | पशुपालन विभाग संक्रमण के तेजी से फैलने के आकड़ो को नियंत्रण में जाने के लिए जुटा है | दुधारू पशुओ में सर्वाधिक लक्षण और दस्तक दे रहा यह रोंग है | “Lumpy skin Disease“ नामक इस बीमारी का असर सबसे ज्यादा दुधारू पशुओं में देखने को मिल रहा है |
आइये जानते है, लंपी रोग का गायों और दुधारु पशुओ में कैसे हो रहा है फैलाव, रोग के लक्षण और बचाव के तरीके –
वर्तमान समय में उतरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान जैसे कई राज्यों में गायों और दुधारु पशुओ के शरीर पर एक बीमारी तेजी से फैल रही है | वर्तमान में यह बीमारी इतनी तेजी से फैल रही है कि अब तक लाखों की संख्या में गायों/पशुओ की मौत हो चुकी है और कई गुना मवेशी अभी भी संक्रमित है | उपचार और इस बीमारी की चिंता पशुपालकों में बढ़ती जा रही है | यह बीमारी शुरुआत में अप्रैल 2022 के आस-पास देखने को मिली जो अभी पुरे देश में इसके लक्षण देखे जा रहे है |
30 करोड़ पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा टीकाकरण – लंपी त्वचा संक्रमण की पहली स्वदेशी वैक्सीन
लम्पी स्किन डिजीज बीमारी क्या है?
हाल ही में पशुओ में संक्रमित फैलता लम्पी स्किन डिजीज, यह एक वायरस आधारित रोग है| गाय, भेस जैसे मवेशियों को संक्रमित करके लगभग 10-15 दिन में मौत के घाट उतार रहा है | गायों/पशुओ की त्वचा पर गोल फोले होते हुए पुरे शरीर पर फैलकर पशु का काफी कमज़ोर करके, पशु खाना पीना छोड़ देता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से गाय या भैंस की मृत्यु हो रही है |
लंपी पशु त्वचा रोग बीमारी के लक्षण ?
- शुरुआत में पशु को बुखार आना, पशु की हल चल कमजोर होना |
- मवेशियों को बुखार के साथ मुंह से लार और आंखों से पानी आना शुरू होता है |
- दुधारू पशु के दूध के उत्पादन में भी गिरावट देखने को मिलती है, 2-4 दिन में दुग्ध की मात्रा आधी हो जाना |
- Lumpy skin Disease संक्रमित होने के 3-5 दिन बाद से पशुओं के शरीर पर कई बड़े-बड़े धब्बे और दाद की तरफ निशान बन जाते हैं, पशुओं के वजन में कमी आती है |
- पशु लंगड़ापन के साथ चलना और कमजोरी से गर्भपात को बांझपन के शिकार भी हो रहे हैं|
- मुख्य तौर इस बीमारी सबसे बड़ा अटैक पशु की त्वचा पर बन रहे घाव से देख सकते है |
लम्पी स्किन रोग उपचार कैसे करें ?
शुरुआत में इस रोग की दवा/इलाज ना होने के चलते कई मवेशियों को अपनी जान गवानी पड़ी, लेकिन अब देश में लंपी त्वचा संक्रमण की पहली स्वदेशी वैक्सीन (Lumpy Skin Disease Vaccine) बनकर तैयार हो चुकी है | लेकिन पशुओं तक पहुंचने से पहले पशुपालक किसान भाई
पशु आहार में खिलाएं देसी आयुर्वेदिक खुराक –
रोगप्रतिरोधक खुराक बनाने के लिए कई प्रकार के तरीके नुस्के अपना सकते है –
- इस संक्रमण के रोकथाम के लिए पशु आहार में आयुर्वेदिक खुराक 10 पान के पत्ते, 10 ग्राम काली मिर्च, 10 ग्राम नमक और गुड़ आदि को पीसकर मिश्रण करके आहार या छोटे-छोटे लड्डू के रूप में खिला सकते है |
- हल्दी से बने पदार्थों को खिलाये जिससे, उनकी प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत हो |
- घाव पर लगाएं देसी मरहम |
- “मेरी गोल्ड प्लस लिक्विड एंटीसेप्टिक” दिन में दो से तीन बार स्प्रे करना चाहिए |
अब तक कितने पशु चढ़े लम्पी स्किन रोग/ बीमारी के भेट ?
8 अगस्त 2022 तक मवेशियों की मौत हुई है –
- राजस्थान – 2,111
- गुजरात – 1,679
- पंजाब – 672
- हिमाचल प्रदेश – 38
- अंडमान और निकोबार – 29
- उत्तराखंड – 26
लम्पी स्किन रोग उपचार और दवा ?
इलाज के आभाव या शुरूआती लक्षणों में पशु के लिए देसी आयुर्वेदिक खुराक का उपयोग करते रहे लेकिन जल्द से जल्द लंपी त्वचा संक्रमण की वैक्सीन जरुर लगवाए |
लंपी त्वचा संक्रमण की वैक्सीन/टीका ?
हाल ही में अगस्त के शुरुआत में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, हिसार (हरियाणा) ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (बरेली) के सहयोग से यह वैक्सीन बना ली गई है, जल्द ही देश के लगभग 30 करोड़ पशुधन के यह वैक्सीन टीकाकरण के रूप में लगाई जाएगी |
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