[ धान रोपाई मशीन 2024 ] जानिए धान लगाने वाली मशीन के प्रकार, ट्रैक्टर, हाथ वाली रोपाई मशीन की कीमत | Rice Transplanter

Last Updated on April 1, 2024 by krishisahara

चावल की खेती करने वाले किसानों के लिए अब धान की खेती करना हुआ बहुत ही आसान, आ गई धान रोपाई मशीन | यह आधुनिक कृषि यंत्र मैनुअल और ऑटोमेटिक राइस ट्रांसप्लांटर में आता है | पिछले कुछ वर्षों से कृषि क्षेत्र में धान की बुवाई करने के लिए अति आधुनिक तरीके की तकनीकी की मशीनों का आगमन हुआ है, जिसमें स्वचालित और मैनुअल रूप से धान की रोपाई कर सकते है |

धान-रोपाई-मशीन

आइए जानते है, इसमे धान रोपाई मशीन की कीमत, धान रोपाई मशीन के प्रकार, धान रोपाई मशीन पर सब्सिडी, एव इसके काम करने के तरीकों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी –

धान रोपाई मशीन की विशेषताए ?

  • यह स्वचालित मशीनें इस प्रकार निर्मित की गई होती है कि, इनमें 3, 4, 5.. से लेकर 15 HP तक के पावर में इंजन लगे होते है जो पूरे सिस्टम को ऑपरेट करते है |
  • इन मशीनों की सहायता से किसान आसान तरीके से धान की रोपाई कर सकते है, जिनमें धान की पौध ट्रे को रखना, पौधे से पौधे की दूरी को समायोजित करना, पौधे को कितना गहरा लगाना आदि शामिल है |
  • अलग-अलग क्षमताओं के अनुसार बड़ी मशीनों के द्वारा 1 दिन में 10 से लेकर 25 एकड़ तक की भूमि में धान की बुवाई कर सकते है |
  • इन मशीनों की सहायता से 2 लाइनों, 4 लाइनों, ऐसे करके 8 रो तक एक साथ बुवाई कर सकते है |
  • यह मशीन 2 से लेकर 8 लाइनों में एका-एक बिल्कुल सटीकता के साथ धान की रोपाई कर सकता है |
  • इस मशीन के प्रमुख भाग होते है- सीडलिंग ट्रे, पीक-उप असेंबली, सीडलिंग ट्रे शिफ्टर|
  • मशीनें स्वचालित रूप से काम करती है, जिसमें हाइड्रोलिक विधि से सिस्टम काम करते है| इसमें लीवर की सहायता से अलग-अलग विकल्प होते है, जिनको ऑपरेट कर धान रोपाई का हर काम को किया जाता है |

सीडलिंग ट्रे-

इस भाग में धान की नर्सरी को लोड किया जाता है, जिसमे से पीक-उप असेंबली के द्वारा पौधों को उठाया जाता है और खाली होने पर दूसरे और रखे जाते है |

पीक-उप असेंबली-  

मशीन का यह भाग मेट-टाइप नर्सरी के पौधों को उठाकर जमीन में प्लांट यानि लगाने का काम कर देता है |

सीडलिंग ट्रे सिस्टर- 

स्वचालित मशीनों में यह भाग जो टाइपिंग मशीन की तरह सीडलिंग ट्रे को आगे पीछे घूमता-रहता है, जिससे एक समान पौधों/बीज को उठा सके |

डाउनसाइड रोटावेटर-

जब मशीन खेत में चलती है तो उसके टायर के निशान से भूमि में गहरे धसते हुए चलते है, जिससे पैड़ी का एक समान लगना मुश्किल हो जाता है | इस समस्या से बचने के लिए पहियों के पीछे यह सिस्टम लगा होता है जो, भूमि को एक समान समतल बनाता जाता है और पीछे से एक समान रुप में धान की नर्सरी पौधे लगती जाती है |

धान-रोपाई-मशीन

राइस ट्रांसप्लांटर मशीन के फायदे ?

हाल ही की इन खेती की मशीनों के फायदे ही फायदे देखने को मिल रहे है, जो किसानों की लागत को कम करते जा रहे है –

  • खेत में मजदूरी लागत को कम कर तथा काम उच्च दक्षता के साथ काम करता है |
  • यह मशीन तैयार खेतों में रोपाई का काम जल्दी ही कर शुरू कर देती है |
  • इस मशीन की सहायता से ऑपरेटर को आराम से काम करने की सुविधा मिलती है क्योंकि यह मशीनें काफी हद तक ऑटोमेटिक होती है |
  • पंक्तियां और पौधों के बीच की दूरी समान रूप से तथा सुविधा अनुसार एडजस्ट कर सकते है |
  • यह फसल की लागत क्षमता को कम कर देती है तथा उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी कर खेती को एक मुनाफे का सौदा बनाने में कामगार साबित होती है |

राइस ट्रांसप्लांटर मशीन का उपयोग कैसे करें ?

किसान भाइयों बता दें कि चलाने के हिसाब से यह मशीनें दो प्रकार में आती है | एक तो ऑटोमेटिक राइस ट्रांसप्लांटर मशीन, दूसरा है- हाथ से चलने वाली धान रोपाई मशीन |

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बात करेंगे ऑटोमेटिक राइस ट्रांसप्लांटर मशीन-

इस प्रकार के मशीन को चलाना थोड़ा सा तकनीकी जानकारी का होना जरूरी है, जो हर कोई किसान चला सकता है| इस मशीन में अलग-अलग प्रकार के ऑपरेट लीवर/हैंडल सुविधाएं दी होती है- जिनकी मदद से रोपाई का हर काम सटीकता से कर सकते है |

पौधे से पौधे की दूरी के बीच में अंतर रखने का ऑप्शन- जिसमें 16 सेंटीमीटर, 18 सेंटीमीटर, 20 सेंटीमीटर, 22 सेंटीमीटर आदि विकल्पों में सेट किया जा सकता है |

धान-रोपाई-मशीन

हाइड्रोलिक अप डाउन – लीवर- चलाने के इस ऑप्शन में किसान भाई धान की रोपाई करते समय भूमि के अनुसार लीवर को ऊपर नीचे करके एक समान पौधे लगा सकते है |

प्लांटिंग डेप्थ/गहराई – इस ऑप्शन के द्वारा प्लांटिंग डेप्थ/गहराई यानी कि पौधों को कितनी गहराई में लगाना है को एडजस्ट किया जाता है| राइस ट्रांसप्लांटर मशीन के द्वारा इस ऑप्शन के द्वारा 2 सेंटीमीटर से 5 सेंटीमीटर तक पौधे को गहराई में लगा सकते है |

मैनुअल राइस ट्रांसप्लांटर मशीन –

इस प्रकार की माशीन को हाथ से चलने वाली धान रोपाई मशीन भी कहते है| धान रोपाई की इस प्रकार के मशीन को चलाने के लिए किसी व्यक्ति को पावर लगाने की जरूरत होती है, जो काफी सस्ती भी आती है –

  • इस प्रकार की मशीन को चलाना बहुत ही आसान है |
  • देश में वर्तमान में धान की रोपाई में प्रयोग लेने वाली मशीन है अधिकतर मैनुअल प्रकार की है जिनको हाथ से पकड़ कर चलाना पड़ता है |
  • मैन्युअल राइस ट्रांसप्लांटर मशीन में भी 2 से लेकर 5 रो में धान की बुवाई कर सकते है |
  • मैनुअल प्रकार की धान बुवाई मशीन में कुछ मेहनत की जरूरत होती है, क्योंकि इसमें किसी भी प्रकार का इंजन नहीं होता है |
  • मैन्युअल राइस प्लांटर मशीन की कीमत 10 हजार से लेकर 40 हजार रुपये के बीच में होती है, जो ये काफी सस्ती मानी जाती है |
  • इस प्रकार के मशीन की कीमत क बारे में अधिक जानकारी के लिए – मैनुअल धान बुवाई मशीन कीमत 2024 |
  • मैन्युअल राइस प्लांटर मशीन की कार्य क्षमता और कार्य बहुत ही साफ सुथरा और सुंदरता के साथ होता है |
  • हाथ से चलने वाली धान रोपाई मशीन के द्वारा 1 दिन में 2 से लेकर 4 एकड़ तक की भूमि में धान की रोपाई कर सकते है |

धान रोपाई मशीन की कीमत ?

धान लगाने वाली मशीन कितने रुपए की है- कृषि क्षेत्र में इस प्रकार की मशीनों का निर्माण में देसी और विदेशी कंपनियां शामिल है| जो उनके अलग-अलग फीचर और सुविधाओं के अनुसार मशीन के डिजाइन, मॉडल एवं काम करने के तरीकों के अनुसार अलग-अलग कीमतें रखती है |

बता दे किसानों सरकार भी इन मशीनों पर अलग-अलग राज्य सरकार ने सब्सिडी देती है, जो 25% से लेकर 80% तक की सब्सिडी है| सब्सिडी के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इन मशीन के बेचने वाले शोरूम या कृषि विभाग पर बात कर सकते है| वर्तमान में भारत में इन स्वचालित मशीनों की कीमत 1 लाख से लेकर अधितम टॉप मॉडल 14 लाख तक की होती है और सब्सिडी मिला दे तो यह मशीनें काफी सस्ती पड़ती है यानी कि आधी कीमतों पर मिल जाती है |

धान की रोपाई की मशीनों की कीमत नीचे निम्न है –

  1. Mahindra 4 Row Rice Transplanter (MP-461)– महिंद्रा के इस राइस ट्रांसप्लांटर की कीमत 2 लाख 30 हजार के आसपास है, जो बिना सब्सिडी के है | बता दे की यह कीमत हर राज्य में अलग-अलग होती है जिसमें थोड़ा बहुत अंतर होता है |
  2. Kubota NSP- 4W Rice Transplanter- कुबोटा कंपनी का यह मशीन भी काफी प्रचलित और प्रसिद्ध है | कुबोटा राइस ट्रांसप्लांटर की कीमत की बात करें तो इसकी कीमत 2 लाख 50 हजार से शुरू होती है, जो अलग-अलग राज्य में अलग-अलग होती है | यह कीमत बिना सब्सिडी क्या है | मॉडल के बारे में ज्यादा देखे – कुबोटा राइस ट्रांसप्लांटर

रोपा लगाने वाली मशीन की कीमत?

ये मशीनें अलग-अलग मॉडल और सुविधाओ में मिलती है, जिनकी किमते भी अलग-अलग है – स्वचालित मशीनों की कीमत बिना सब्सिडी के 1 लाख से लेकर अधितम टॉप मॉडल 14 लाख तक की होती है |

हाथ से चलने वाली धान रोपाई मशीन?

देश में इस प्रकार की Rice Transplanter मशीनों को ज्यादा काम में लिया जा रहा है, क्योंकि इसकी कीमत काफी सस्ती और चलाने में बहुत ही आसान है |

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