[ भारत मे आलू की खेती कैसे करें 2023 ] जानिए कब और कैसे करें, पैदावार, कमाई – Potato Farming In Hind

Last Updated on February 16, 2023 by krishi sahara

आलू की खेती | Aaloo Ki Kheti | Potato Farming | आलू की खेती कैसे करें | आलू की खेती pdf | आलू की खेती में खाद | अगेती आलू की खेती | Aaloo Ki Kheti से कमाई | आलू की खेती सबसे ज्यादा कहां होती है | Aaloo Ki Kheti में लगने वाले रोग

बात करें आलू की खेती के बारे मे तो आलू एक प्रकार की सब्जी है साथ ही बाजार के चटपटे आइटम बनाने में आलू का प्रयोग किया जाता है भारत में आलू की देन दक्षिणी अमेरिका को मानी जाती है सर्वप्रथम दक्षिण अमेरिका में पेरू नामक स्थान पर आलू की खेती की गई वही से पूरे विश्व मे इसका विस्तार होता जा रहा है| विज्ञान के अनुसार आलू को एक प्रकार का तना माना गया है आलू की फसल मे क्षारीय मृदा के अलवा लगभग सभी प्रकार की मिट्टी मे उपयुक्त है आइए जानते है Aaloo Ki Kheti और आलू के उत्पादन से संबधित आकड़े –

आलू-की-खेती

आलू सब्जियों का राजा है जो एक सदाबहार सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है जिसकी बाजार में मांग हर साल बराबर रहती है इसलिए आलू का अच्छा उत्पादन के लिए किसानों को नई तकनीकी तथा वैज्ञानिक ढंग से खेती करनी चाहिए |

आलू का वैज्ञानिक नाम क्या है ?

वैज्ञानिक नाम की बात करें तो आलू का वैज्ञानिक नामSolanum tuberosum (Potato/Scientific names) है |

आलू की खेती कब और कैसे करे ?

भारतीय किसान आलू की खेती करने से पहले मुख्य रूप से मिट्टी की जांच करवा लें बाद में आलू की सफल खेती कर सकते हैं जिससे उत्पादन मे वृद्धि होगी और आलू की खेती लागत मे कमी आएगी |

आलू-की-खेती

आलू के बीज की व्यवस्था –

  • किसान को बीज चुनाव करते समय विशेष तौर से ध्यान रखना चाहिए बीज विश्वसनीय स्त्रोत से ही खरीदें क्योंकि सफल और स्वस्थ खेती के लिए बीज का सोना जरूरी है |
  • किसान को सर्वप्रथम अच्छी आँख वाले आलू के बीज के लिए चयन कर लेना चाहिए |
  • प्रमाणित बीज किसी कृषि संस्थान या एजेंसी से खरीद सकते है या किसान खुद घर पर भी आलू के बीज तैयार कर सकता है |

आलू की बुवाई का समय –

अच्छा उत्पादन तथा अच्छी किस्म प्राप्त करने के लिए आलू की बुआई का उचित समय अक्टूबर माह से लेकर 10 नवंबर के मध्य |

बात करें आलू कब बोए जाते हैं तो इसके लिए अक्टूबर से लेकर जनवरी के मध्य तक हो सकते हैं क्योंकि इसमें आलू की अनेक किस्में होती है जैसे अगेती, मध्यकालीन, पिछेती किस्मे |

आलू की वैरायटी –

आलू की वैरायटी/आलू की अगेती किस्में –आलू की मध्यकालीन किस्में –आलू की पछेती वैरायटी या किस्में –
आलू की प्रमुख अगेती किस्मे –
कुफरी पुखराज, ओवरी अशोका, कुफरी, कुबेर, कुफरी, चंद्रमुखी, कुफरी बहार, कुफरी ख्याति, सूर्य कुफरी, जवाहर |
मध्यकालीन आलू की प्रमुख किस्में – बादशाह कुफरी, कुफरी लालिमा, कुफ़री बहार, कुफ़री ज्योति, K कंचन, राजेन्द्र आलू- 1,2,3 आदि |आलू की प्रमुख पछेती किस्मे- कुफ़री सुंदरी, अलंकार कुफ़री, कुफ़री अलंकार, चमत्कार, कुफ़री, कुफ़री देवा, कुफ़री किसान |

आलू की खेती के लिए जलवायु और भूमि –

  • इस  खेती में जलवायु की बात करें तो सामान्यतः 15 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान उपयुक्त रहता है |
  • भूमि की मृदा जीवांश युक्त, भुरभुरी बलुई दोमट मिट्टी जिसका PH मान 5.1 से 6.5 तक उतम माना जाता है |

आलू की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली जीवांश से युक्त दोमट एवं बलुई मिट्टी उत्तम रहती है और इसी के विपरीत जलभराव वाली क्षारीय, खड़े पानी वाली भूमि पर Aaloo Ki Kheti ना करें |

आलू-की-खेती

आलू की सिंचाई –

  • सिचाई की बात करें तो खेत की बुवाई से लगभग 10 से 15 दिन के बीच में पहली सिंचाई करें |
  • दूसरी सिचाई या इसके बाद की सिचाई का समय 10 से 15 दिन के अंतराल में करते रहना चाहिए |
  • आलू की खेती मे लगभग कुल 5 से 6 सिंचाई होती है |
  • सिंचाई करते समय यह बात का मुख्य ध्यान रखें कि क्यारियों को 2/3 भाग से ज्यादा ना भरें | 

आलू में कौन सी खाद डालें –

Aaloo Ki Kheti के लिए चयनित खेत में 1 जुलाई से पहले खेत में खाद बिखेर कर अगले दो-तीन जुताई और करनी चाहिए |

जैविक खाद की बात करे तो इनमे से कोई एक खाद डाल सकते है –

  • गोबर की खाद -300 क्विंटल/हेक्टेयर
  • कंपोस्ट खाद – 300 क्विंटल/हेक्टेयर
  • कूड़ा कर्कट की खाद – 300 क्विंटल/हेक्टेयर
  • गन्ने की मैली की खाद -300 क्विंटल/हेक्टेयर
आलू-की-खेती

भारत में आलू का सर्वोधिक उत्पादन –

आलू की बढ़ती मांग के कारण भारत के जलवायु के उपयुक्त अनेक क्षेत्रों Aaloo Ki Kheti की जाती है जिनमें प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र प्रमुख रूप से आते हैं |

भारत में आलू का सर्वाधिक उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है जिसमें प्रतिवर्ष 140 से 160 लाख टन आलू उत्पादित होता है |

आलू की प्रति हेक्टेयर उत्पादन –

अच्छी किस्में के Aaloo Ki Kheti लगभग प्रति हेक्टेयर पैदावार 200 से 250 क्विंटल प्रति हेक्टर होता है जो लगभग 80 से 100 दिन में पक कर तैयार हो जाता है – आलू की खेती PDF

आलू की बुवाई का सही समय क्या है?

अच्छा उत्पादन एवं अच्छी किस्म प्राप्त करने के लिए आलू की बुआई का उचित समय अक्टूबर माह से लेकर 10 नवंबर के मध्य |

भारत में आलू का सर्वाधिक उत्पादक राज्य है?

भारत में आलू का सर्वाधिक उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है जिसमें प्रतिवर्ष 140 से 160 लाख टन आलू उत्पादित होता है |

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