[ लहसुन की खेती 2023 ] यहाँ जानिए लहसुन की उन्नत खेती कब और कैसें करें – किस्में, लाभ-कमाई, बीज दर – Garlic Farming

Last Updated on February 6, 2023 by krishi sahara

लहसुन की सफल खेती | लहसुन की वैरायटी | लहसुन की जैविक खेती | लहसुन के रोग | लहसुन उत्पादन | लहसुन बोने की मशीन | लहसुन की खेती मे होने वाले प्रमुख रोंग | लहसुन का आकार कैसे बढ़ाएं | लहसुन की खेती से कमाई | लहसुन की बीज दर

भारतीय कृषि मे लहसुन की खेती, मसालों के रूप मे और साथ ही देश के किसानों को अच्छी आय/विदेशी आय मे भी एक बड़ा हिस्सा रखती है| लहसुन प्रोटीन, फास्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है| लहसुन का विकास/जन्म मध्य एशिया और दक्षिणी यूरोप को माना जाता है |

लहसुन-की-खेती

तो आइए जानते है, आज के समय लहसुन की सफल खेती और लहसुन जैविक की खेती की पूरी जानकारी

Contents hide

लहसुन की प्रमुख उन्नत वेराइटिया / किस्में – 

किसान भाइयों लहसुन की प्रमुख किस्मों के बारे में बात करें तो यह आकार के आधार, वातावरण, मिट्टी, जलवायु आदि के आधार पर वैरायटी का चयन होता है |

किसान नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क कर अपने क्षेत्र में अच्छी विकसित होने वाली लहसुन की प्रमुख किस्मों की जानकारी लेकर या पता कर उचित किस्म से अच्छा उत्पादन ले सकते है| साथ ही देश में प्रमुख प्रचलित लहसुन की प्रजाति है जो निम्न है-

  • ऊटी लहसुन
  • देसी लहसुन
  • G-2 लहसुन 
  • गोदावरी
  • भीमा ओमेरी
  • एग्रीफाउंड व्हाइट (यमुना सफेद, यमुना सफेद 2 और यमुना सफेद 3)
  • पार्वती (G-313)
  • Agrifound पार्वती -2 (G-408)
  • यमुना Safed-5 (G-189)
लहसुन-की-खेती

लहसुन की खेती की पूरी जानकारी ?

इसकी उन्नत खेती के लिए एक सफल किसान को हर प्रकार की आवश्यकताओं के बारे मे जानकारी का ज्ञान होना जरूरी है – जैसे भूमि, जलवायु, तापमान, रोंग नियत्रण, सिचाई, कटाई समय, व देश मे उत्पादन और आयात एव निर्यात जो निमम्न है –

खेत की तैयारी कैसे करें –

चयनित खेत की भूमि को तैयार करने से पहले खेत में मिट्टी की जांच करा लें | प्रति हेक्टर के हिसाब से दो से तीन ट्रॉली पकी हुई गोबर की खाद और आवश्यकता (मृदा परीक्षण) अनुसार खाद का प्रयोग करे | लहसुन की खेती के लिए सबसे पहले खेत को अच्छी तरीके से गहरी जुताई करके तैयार कर लेना चाहिए | रोटेवर की सहायता से खेत को अच्छी तरह से समतल करा लेना चाहिए |

प्रति एकड़ लहसुन के बीज की आवश्यकता –

बीज में कितना लहसुन लगेगा यह बात लहसुन के आकार यानी लहसुन की कलियों का साइज छोटा है बड़ा है | मध्य में उनके अनुसार ही प्रति एकड़ बीज लगता है लेकिन सामान्य औसतन देखा जाए तो तो लगभग 160 से 170 किलोग्राम प्रति एकड़ लहसुन की कलियों की आवश्यकता होती है |

लहसुन बीज उपचार –

किसान को बीज उपचार करना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि इसमें किसान को आगे बहुत सारी फसली बीमारियों से बच सकता है| तथा शुरुआत में एक समान बीजों का अंकुरण होता है कोई भी बीज खराब नहीं होता है तथा लहसुन का पौधा अच्छी तरीके से ग्रोथ करता है| मुख्य रूप से लहसुन की खेती में जो सड़न या फंगस की जो समस्या होती है वह देखने को नहीं मिलती है |

लहसुन-की-खेती-से-कमाई

लहसुन कौन से महीने में लगाते हैं?

लहसुन की खेती के लिए उन्नत समय की बात करें तो सितंबर से अक्टूबर के मध्य लहसुन की खेती कर सकते है यदि खेत जल्दी खाली हो जाता है तो सितंबर के शुरुआत में ही और खेती मे यदि पछेती फसल हो तो अक्टूबर के लास्ट में भी कर सकते हैं | लेकिन सितंबर से अक्टूबर के मध्य का समय बहुत ही उत्तम माना जाता है |

जलवायु और तापमान –

तापमान की बात करे तो, इसकी खेती करने के लिए वायुमंडल का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से अधिकतम 35 से 40 डिग्री सेल्सियस का तापमान बहुत ही अनुकूल रहता है |

उपयुक्त मिट्टी –

किसान देश में किसी भी प्रकार की जीवाश्म युक्त मिट्टी में इसकी खेती कर सकते है, पर ध्यान रखें खेत में ज्यादा पानी का ठहराव न हो | और खेत की भूमि पथरीली यानी कि किनक्रीट युक्त ना हो | मृदा का पीएच मान की बात करें तो 5.5 से लेकर 7 PH मान वाली भूमि में लहसुन की खेती कर सकते है

लहसुन की बुवाई कैसे करें –

आजकल दो तरीके से की जाती है एक तो खेतिहर मजदूरों द्वारा हाथों से लहसुन की कलियों को लगाना और दूसरा मशीनों के द्वारा लहसुन के बीज की बुवाई करना | बुवाई किसी भी तरीके से कर रहे है पौधे से पौधे की दूरी यानी बीज से बीच की दूरी 3-4 इंच तथा लाइन से लाइन की जो दूरी या अंतराल है वह भी 3-4 इंची दूरी पर लगाएं | यह दूरी का अंतराल बहुत ही अच्छा होता है जिससे उत्पादन अधिक होता है तथा खेत मे जगह भी खाली नहीं रहती है | 

खरपतवार नियंत्रण और प्रमुख रोग –

किसान को  लहसुन की खेती में कम से कम दो बार निराई गुड़ाई करनी चाहिए पहली खरपतवार नियंत्रण 30 से 35 दिन की फसल होने पर कर लेनी चाहिए | तथा दूसरी निराई गुड़ाई 50 से 55 दिनों की फसल होने पर खरपतवार का नियंत्रण कर लेना चाहिए | निराई गुड़ाई करने से लहसुन के कंद ठीक प्रकार से बनते हैं तथा अच्छी तरह के से ग्रोथ करते हैं |

लहसुन-की-खेती

सिचाई – लहसुन में कितने पानी देना चाहिए?

सिंचाई की बात करें तो सिचाई किसान को स्प्रिंकल फवारा विधि से ही करना चाहिए और आवश्यकता अनुसार ही सिंचाई करनी चाहिए | जैसे मिट्टी के हिसाब से औसतन 10 से 12 दिनों के अंतराल पर और सिंचाई में ज्यादा सिंचाई भी नहीं करनी चाहिए जिससे कि खेत में 2 से 3 घंटे पानी भरा रहे |

लहसुन कितने दिन में पक कर तैयार हो जाती है?

लहसुन की खेती का जो जीवन चक्र है वह 4 महीनों का है 4 महीनों के अंदर लहसुन की खेती बुवाई से लेकर पक कर तैयार हो जाती है| बाजार में बेचने के लायक यानी लगभग 120 दिन की फसल होती है जनवरी-फरवरी महीने में लहसुन की कटाई कर लेनी चाहिए | लहसुन को खेत में हल्की धूप में सुखाकर भंडारण के लिए रख सकते है |

लहसुन की खेती मे होने वाले प्रमुख रोंग –

लहसुन मे बेंगनी धब्बा रोग

यह रोग मुख्य रूप से लहसुन की पत्तियों पर होता है जो पत्तियों पर बेंगनी बिन्दु और इस धब्बे के चारों और सफेद घावों के रूप मे फेलता है | यह रोग इस फसल मे तेजी से फेलता है और पूरी फसल को खराब कर सकता है | इस रोग के रोकथाम के लिए किसान को Mancozeb दवा का 2.5 ग्राम/लीटर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए |

स्टेम्फिलियम ब्लाइट (लहसुन पीली पड़ने) रोंग

इस रोंग के लक्षण है की लहसुन की पत्तिया हल्की पीली धारिया के साथ नीचे की और लहसुन बल्ब मे उतर जाती है | धीरे-धीरे यह रोंग लहसुन बल्ब को खराब कर देता है और बल्ब की फुलाव रोक देता है |

इस रोंग के रोकथाम के लिए Mancozeb की दवा 2.5 ग्राम/लीटर या Proloined/Iprodione 2.0 g/लीटर का छिड़काव कर लेना चाहिए |

लहसुन मे फफूंदी रोंग

इस रोंग के कारण लहसुन की फसल पर पाउडर के जैसी सफेद फफूंदी छा जाती है | किसानो को इस रोंग से बचने के लिए 10 दिन के नियमित अंतराल मे सल्फर कवकनाशी 2 ग्राम/लीटर पानी की दर से दावा का छिड़काव करे |

लहसुन-की-खेती

भारत मे लहसुन का उत्पादन ?

देश मे लहसुन के उत्पादन मे गुजरात सबसे शीर्ष स्थान पर है साथ ही दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश आता है | देश कई वर्षों से लहसुन का बड़ा निर्यातक रहा है | देश का लहसुन कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जांबिया, बहरीन, मॉरीशस, के साथ-साथ बांग्लादेश और श्रीलंका को भी बेचता रहा है |

विश्व मे लहसुन उत्पादक देश ?

चीन विश्व मे सबसे ज्यादा लहसुन का उत्पादन करता है जो अपने देश की 8.50 लाख हेक्टेयर पर खेती करता है और सालाना 200 लाख टन लहसुन का उत्पादन करता है |
इनके साथ ही इन देशों मे भी लहसुन की खेती की जाती है जो निमम्न है – मिस्र, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील, स्पेन, इथियोपिया और ईरान, रूसी संघ, म्यांमार, बांग्लादेश, अर्जेंटीना, यूक्रेन, प्रमुख लहसुन का बाड़ी मात्रा मे इसकी खेती और उत्पादन लेते है |

लहसुन की खेती pdf?

लहसुन की खेती के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए PDF – डाउनलोड करें |

भारत में लहसुन का उत्पादन?

भारत दुनिया मे लहसुन के उत्पादन मे दूसरे नंबर पर आता है जो अपनी 2.02 लाख हेक्टेयर भूमि पर इसकी खेती करता है और साथ ही सालाना 11.50 लाख टन लहसुन का उत्पादन करता है |

यह भी जरूर पढ़ें…

Leave a Comment

error: Alert: Content is protected !!