Last Updated on February 18, 2024 by krishisahara
फसलों की अच्छी पैदावार लेने के लिए खरपतवार प्रबंधन करना आवश्यक हो जाता है | कई बार सामान्य खेत तैयारी, अधिक गोबर खाद, लगातार भारी वर्षा होने के कारण फसलों में खरपतवार नियंत्रण नही कर पाते है| इस स्थिति में, एक जागरूक किसान खरपतवार नाशक दवा का उपयोग करता है| यदि आपने समय रहते खरपतवार को नियंत्रण नही किया तो इससे फसल की ग्रोथ या विकास पर प्रभाव दिखाई देगा और विभिन्न किट और रोग आकर्षित होंगे, जो की आपकी आय लाभ को कम कर देते है |
किसान भाईयो के पास खरपतवार को नियंत्रण करने के लिए कई सारे विकल्प है, जैसें निराई-गुड़ाई करके, अच्छी खाद-उर्वरक का उपयोग करके, फसल अंतराल अपनाकर, रसायनिक दवाइयों का प्रयोग करके आदि| तो आज जानेंगे रसायनिक दवाइयों के माध्यम से फसलों में अनावश्यक घास-फूस से निजात कैसें पाए –
खरपतवार नाशक दवा क्या है?
फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए जिन रसायनों का छिड़काव/उपयोग किया जाता है, उन्हें खरपतवार नाशक कहते है | विभिन्न फसलों में अलग-अलग खरपतवार नाशक दवाई का उपयोग किया जाता है, जिससे की खरपतवार पूरी तरह से नष्ट हो जाए, खरपतवार नाशक को उचित समय और लक्षणों पर ही छिड़कना चाहिए|
टॉप 10 खरपतवार नाशक दवा का नाम 2024 ?
क. स. | दवा का नाम | विवरण | छिड़काव कैसे करें (खरपतवार नियंत्रण) |
1. | क्लोरीभ्यूरान + मेट्सल्फयुरान | चौड़ी पत्ती वाले तथा मोथा कुल खरपतवार पर नियंत्रण | दोनो को आवश्यक मात्रा में अच्छे से मिलाकर फिर छिड़काव करें| |
2. | फेनाक्जाप्राप इथाइल | खरपतवार पर नियंत्रण के लिए | इसका छिड़काव बुआई या रुपाई के ठीक 20 दिनों के बाद करें| |
3. | 2,4 डी | चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार पर नियंत्रण | बुआई या रुपाई के लगभाग एक माह के बाद छिड़काव करें| |
4. | ब्यूटाक्लोर | घास प्रजाति की खरपतवार | बुआई / रुपाई के 3 दिन बाद छिड़काव करें| |
5. | बैंथीयोकार्ब | घास के खरपतवार | जब खरपतवार की मात्रा अधिक हो, छिड़काव किसी भी समय कर सकते है| |
6. | ओक्साडायजान | सभी प्रकार के खरपतवार को नियंत्रण करता है| | छिड़काव किसी भी समय कर सकते है| |
7. | प्रेटीलाक्लोर | सभी प्रकार के खरपतवार को नियंत्रण | आवश्यकता अनुसार छिड़काव करें |
8. | पेंटीमैथलिन | खरपट नियंत्रण | घास, मोथा और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार को नियंत्रित |
9. | एनीलोफास | सभी प्रकार के खरपतवार को नियंत्रण | घास, मोथा कुल के खरपतवार |
10 | ऑक्सीफ्लोरफेन | खरपट नियंत्रण | आवश्यकता अनुसार समय पर छिड़काव करें| |
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Kharpatwar Nashak का उपयोग के समय सावधानियाँ?
- खरपतवार नाशक का चयन ठीक प्रकार से करें, प्रमाणित जगह से ही खरपतवार नाशक दवाई खरीदे|
- प्रमाणित दवाई खरीदने से मिलावटी दवा की संभावना नही होती है|
- खरपतवार नाशक रसायनों के पैकेट पर लिखे निर्देशों को एक बार ध्यानपूर्वक आवश्य रूप से पढ़े|
- दवा पैकेट पर लिखे गए दिशा-निर्देशों के अनुसार मात्रा और समय में फसलों पर छिड़काव करना चाहिए|
- खरपतवार नाशक का उपयोग करने से पहले आपको इसकी एक्सपाइरी डेट देख लेनी है|
- खेत में खरपतवार नियंत्रण समय रहते कर लेना चाहिए|
- खरपतवार नाशक रसायनिक दवाई का पूरे खेत में समान रूप से छिड़काव करना चाहिए|
- जब तेजी से हवा चल रही हो उस समय आपको छिड़काव नही करना है|
- साफ मौसम होने पर ही छिड़काव करें|
- खरपतवार नाशक रसायनिक दवाई का छिड़काव करते समय आपको विशेष पोशाक, चश्मे और दस्ताने का उपयोग आवश्यक रूप से करना चाहिए|
- खरपतवार नाशक दवाई की मात्रा उचित रखे, यदि आपको उचित मात्रा की जानकारी न हो तो पहले इसकी जानकारी निकाल लेवे|
- खरपतवार नाशक दवाई का छिड़काव कार्य पूरा हो जाने पर आपको मुंह, हाथ तथा पैरो को साबुन से अच्छी तरह से धो लेना चाहिए|
- दवा का छिड़काव वाली फसलों से पशुओं को जाना एवं चारा ना खिलाए और अधिक प्रभावित स्थति में फसल में जाने के लिए बचे|
खरपतवार नाशक दवाइयों के लाभ?
- खरपतवार नाशक दवाइयों का उपयोग करने से, खेत में खरपतवार की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाती है|
- खरपतवार को यदि आप अपने हाथ से एक-एक को खेत से उखाड़ेंगे तो इसमें आपको बहुत समय लगेगा परंतु खरपतवार नाशक के छिड़काव में अधिक समय नही लगेगा|
- खरपतवार नाशक का उपयोग उचित मात्रा में उचित ढंग से और उपयुक्त समय पर हो तभी आपको इसका प्रभाव खेत में दिखाई देगा|
- फसल के उत्पादन में होने वाले नुकसान को बचा सकते है|
- किसान की लागत को कम और आय मुनाफा बढ़ा सकते है|
- अधिक रकबे वाले किसान के लिए ये दवाईयाँ अधिक कामगार साबित होती है, क्योंकि बड़े खेतों की निराई-गुड़ाई और लेबर से घास प्रबंधन करना मुश्किल होता है|
Kharpatwar nashak dawai कहाँ मिलेगा?
खरपतवार नाशक दवाइयों को खरीदते समय आपको ध्यान रखना है, की दवाई प्रमाणित हो, खरपतवार नाशक दवाइयों को आप कृषि स्टोर, कृषि भण्डार अथवा ऑनलाइन माध्यम से भी आपको यह दवाई आसानी से मिल जाएगी| दवाई खरीदते समय आपको एक बार दवाई की एक्सपायर डेट पर भी नजर डाल लेनी है|
खरपतवार नाशक दवा के नुकसान?
- यदि आप अपने खेत में अधिक मात्रा में खरपतवार नाशक दवा का उपयोग करते है, तो इससे आपके खेत की मिट्टी का उपजाव धीरे-धीरे खत्म हो जाता है|
- वर्तमान में खरपतवार नाशक का उपयोग अधिक बढ़ गया है, जिसके कारण से पशु और पक्षी की संख्या दिन प्रति दिन कम हो रहे है|
- खरपतवार नाशक के छिड़काव के समय यदि किसान सावधानीयां नही रखते है, तो इससे किसान भाईयो को स्वास्थ्य संबधित नुकसान भी होता है|
धान में खरपतवार नाशक/घास मारने की दवा का नाम ?
धान में खरपतवार नियंत्रण करने के लिए आपको प्रेटीलाफ्लोरो नामक दवाई 1250 ml प्रति हेक्टर के अनुसार इसका छिड़काव करना है | इसका छिड़काव धान के रोपाई के 3 से 4 दिनों के अंदर इस दवाई का छिड़काव कर देना है |
घास मारने की दवा में सबसे प्रमुख सुनेरोकेनामनी गोल्ड नामक दवा है, आपको इसका छिड़काव करने से पहले खेत को अच्छे से सुखा लेना है या अच्छी नमी हो| ध्यान रखे की छिड़काव के तुरंत बाद सिंचाई/पानी न दे कम से कम 10 घंटे या आधे दिन तक इसकी सिंचाई न करे तो अच्छा है|
खरपतवार नाशक दवाइयों में कौनसा रसायन होता है?
खरपतवार नियंत्रण के लिए आप पेंडिमथलीन 30% ईसी, ब्यूटाक्लोर 50 ईसी या बैंथीयोकार्ब 50 ईसी नामक रसायन का उपयोग कर सकते है|
धान में घास मारने की दवा price क्या है?
धान में घास मारने की सबसे अच्छी दवाई सुनेरोकेनामनी गोल्ड है | इसकी कीमत 480 रुपए प्रति 100 ml है या 950 रुपए प्रति 200 ml के आस-पास की कीमत है|
गेहूं में घास की दवा कौन सी डालें?
2-4 डी सोडियम लवण 80% डब्लूयूपी 1 लीटर दवा 600 लीटर पानी में मिलाकर गेहूं की फसल में छिड़काव करें|
सबसे अच्छी खरपतवार नाशक दवा कौन सी है?
कई किसान भाइयों का मानना है, की खरपतवार नियंत्रण करने के लिए सबसे अच्छी दवाई प्रेटीलाफ्लोरो है, आपको 1250 ml प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव कर सकते है|
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