Last Updated on February 3, 2024 by krishisahara
देश के कृषि क्षेत्र में आज भी जैविक खेती और जैविक खाद/कीटनाशको के बढ़ावे में सरकार कोई कसर नही छोड़ रही है | रासायनिक खादों के दुष्परिणाम, खेती की बढती लागत, रसायनों पर सरकारी सब्सिडी, फसलों की घटती पैदावार क्षमता, कही ना कही जैविक तरीकों अपनाना जरुरी हो गया है | आज के इस लेख में आप जानोगें – घर पर जैविक कीटनाशक कैसे बनाएं इसको लेकर सम्पूर्ण जानकारी के बारे में –
फसलों में जैविक कीटनाशक क्या है ?
जैविक कीटनाशक एक प्रकार का प्राकृतिक तत्वों से बना कीटनाशक होता है, जो खेती में कीटों और बीमारियों से बचाव के लिए उपयोग किया जाता है | ये कीटनाशक तत्व पौधों, फसलों, मिट्टी और पानी में बुरे प्रभाव नहीं डालते है और इसलिए पर्याप्त मात्रा में उपयोग करने से फसलों के पैदावार क्षमता बढ़ती है |
जैविक कीटनाशक सब्जियों के छिल्को, कचरे, तम्बाकू पत्तो, छाछ, नीम के पत्तो, कोयला राख, गुड़, ओषधिय पौधो आदि से बनाया जा सकता है | इन उत्पादों में मौजूद एन्टीमाइक्रोबियल, एंटिफंगल और एंटिवायरल गुण होते है, जो फसलों के रोगों और कीटों को नष्ट करने में मदद करते है |
घर पर जैविक कीटनाशक कैसे तैयार कर सकते है –
यहां कुछ आसान स्टेप बताए गए है, जो आपको घर पर जैविक कीटनाशक तैयार करने में मदद करेंगे : –
- प्याज और लहसुन का रस :- प्याज और लहसुन का रस निकालें और इसे पानी में मिलाकर फिर से छान लें, इसे फिर से छान कर एक स्प्रे बोतल में भर लें |
- नीम का पानी :- नीम के पत्तों को पानी में उबालें और इस पानी को छानकर ठंडा कर लें, इसे भी एक स्प्रे बोतल में भर लें |
- अदरक, मेथी, शहद और नींबू :- अदरक का रस, मेथी के बीजों का पाउडर, शहद और नींबू का रस एक साथ मिलाकर भी जैविक कीटनाशक बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है |
- इनके आलावा भी कई प्रकार से सबसे आसान तरीकों से इस कीटनाशक को बनाया जा सकता है |
1. नीम से जैविक कीटनाशक कैसे बनाएं ?
नीम एक प्रभावी जैविक कीटनाशक है, जो खेती में कीटों को नष्ट करने में मदद करता है | इसे जैविक रूप से उपयोग करना खेती के लिए एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प है | यहां नीम से जैविक कीटनाशक तैयार करने का एक सरल तरीका है |
नीम से जैविक कीटनाशक की सामग्री :-
- नीम के पत्ते, छोटी टहनिया, छिलके
- पानी
- बड़ा प्लास्टिक ड्रम/पात्र
- छानने का पतला कपड़ा
- स्प्रे पंप
विधि :-
- नीम के ताज़ा या पुराने हरे पत्तों को निकालें, इक्कटा करें |
- सुविधा हो तो नीम के पत्तों को छोटे टुकड़ों में काट लें |
- एक बड़े स्टील या सिल्वर पात्र में नीम के पत्ते और पानी को एक साथ मिलाएं|
- पात्र को गर्म करने के लिए आग पर रखें | जब पानी उबलने लगे, तब आंच को मंद करें और धीमी आंच पर 20-25 मिनट तक पकाएं |
- इसके बाद, पात्र को आग से हटा दें और उसे कम से कम 8 घंटे तक ठंडा होने दें |
- छानने के लिए पतला कपड़ा उपयोग करें और नीम के पत्ते को ठंडे पानी से छान लें |
- इसके बाद लगभग 48 घंटे तक घोल को ढककर रखना चाहिए |
- नीम के छाने हुए पानी को कीटनाशक के रूप में काम में ले सकते है |
2. तंबाकू से जैविक कीटनाशक कैसे बनाएं?
तंबाकू के पत्तों में पाया जाने वाला निकोटिन एक प्रभावी जैविक कीटनाशक होता है | इसे जैविक रूप से उपयोग करना खेती के लिए एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प है | यहां तंबाकू से जैविक कीटनाशक तैयार करने का एक सरल तरीका है |
तंबाकू से जैविक कीटनाशक की सामग्री :-
- तंबाकू के पत्ते
- पानी
- बड़ा पतीला/ पात्र
- स्प्रे पंप/बोतल
विधि :-
- एक बड़े पतीले में पानी को उबालें |
- उबलते पानी में तंबाकू के पत्ते डालें और उसे ढककर कम आंच पर लगभग आधा घंटा पकाएं |
- इसके बाद, पतीले को धीमी आंच पर छोड़ दें और इसे उबालने के लिए 2-3 घंटे तक छोड़ दें |
- जब पानी से भाप उठना शुरू हो जाएगा तब गैस को बंद कर दें |
- पतीले को ठंडा होने दें | इसे कम से कम 12 घंटे तक ठंडा होने दें |
- इसके बाद, तंबाकू के पत्तों को पानी से छान लें |
- इस तैयार कीटनाशक को स्प्रे पम्प या बोतल में भरें और फिर उसे खेत में छिड़कें |
3. छाछ जैविक कीटनाशक घर पर कैसे बनाएं ?
छाछ एक प्रभावी जैविक कीटनाशक होता है, जो फसलों में कई प्रकार की रोग समस्या को नियंत्रित करने में मदद करता है| छाछ में पाया जाने वाला लैक्टोबैसिलस उपयोगी जीवाणु होता है, जो कीटों के प्रभाव को कम करते है| इसे घर पर बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है |
छाछ जैविक कीटनाशक की सामग्री :-
- छाछ/दही
- पानी
- नींबू का रस
- नमक
विधि :-
- छाछ/दही को हल्का छानकर एक मिट्टी या प्लास्टिक पात्र में 1 अनुपात 10 पानी में, हल्का निम्बू रस, नमक मिलाकर तैयार करें |
- मिट्टी या प्लास्टिक पात्र को कपड़े या पालीथिन में ढंककर रस्सी से बांध देते है |
- इस घोल को 15 से 20 दिनों के लिए किसी छायादार स्थान पर ढंककर रख देते है |
- इस तरह तैयार घोल को कपड़े या जाली से छानकर, स्प्रे पंप की मदद से फसलों या खेतो में छिड़काव कर सकते है |
4. ब्रह्मास्त्र कीटनाशक बनाने की विधि ?
ब्रह्मास्त्र एक विशेष प्रकार का जैविक कीटनाशक है, जो विभिन्न प्रकार के कीटों से लड़ने में मदद करता है |
ब्रह्मास्त्र कीटनाशक की सामग्री : –
- नीम के पत्ते
- निम्बू का रस
- लहसुन
- मिटटी का तेल
- शक्कर या गुड़
- पानी
विधि : –
- एक बड़ी पात्र में अपने क्षेत्र के रकबे के अनुसार मात्रा में लेकर नीम के पत्तों को ढक दें |
- अब इसमें नींबू का रस, लहसुन, शक्कर और मिटटी का तेल डालें, सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिला लें |
- अब इसे कम से कम 3-4 दिनों तक धूप में रखें और रोजाना अच्छी तरह से मिलाते रहें |
- 3-4 दिनों के बाद मिश्रण को अच्छी तरह से छान लें |
- अब इसे एक स्प्रे टेंक या पम्प में भरें और फिर उसे अपने फसलों पर छिड़कें |
5. कोयला राख से जैविक कीटनाशक कैसे बनाया जाता है ?
कोयले की राख और नमक सर्वोधिक असरदार जैविक कीटनाशक की श्रेणी में माना जाता है, यह तरीका काफी पुराना और अभी भी प्रचलित है | इस कीटनाशक को फसल के बीज उपचार, बुवाई से पहले खेत में, रोगी फसलो और खड़ी फसल पर भी छिड़का जा सकता है |
कोयला राख से जैविक कीटनाशक की सामग्री : –
- कोयले की राख
- नमक
- पानी
विधि :-
- इस प्रकार के कीटनाशक को सुखा या द्रव्य रूप में बनाया जा सकता है |
- सूखे रूप में लकड़ी की राख को एक सूखे पात्र में 10 kg राख, 2 kg नमक, 10 kg सुखी मिट्टी अच्छी तरह मिलाकर जड़ो या फसल पर छिड़क सकते है |
- कोयला राख से द्रव्य जैविक कीटनाशक के लिए 10 kg राख, 2 kg नमक, 15 लीटर पानी में मिलाकर 2 से 3 प्लास्टिक या मिट्टी के पात्र में ढककर रखें |
- 2-3 दिन बाद तैयार मिश्रण को अच्छे से हिलाकर, कपड़े से छान ले |
- अब मिश्रण तैयार है, स्प्रे बोतल या टेंक में भरकर फसलों पर छिड़क सकते है |
इस जैविक कीटनाशक का उपयोग खेती में नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को रोकने एवं बीज उपचार के लिए किया जाता है |
ऑर्गेनिक कीटनाशक बनाने के फायदे और लाभ ?
आज के समय ऑर्गेनिक कीटनाशक बनाने के फायदे और लाभ निम्नलिखित है : –
- स्वस्थ फसल :- ऑर्गेनिक कीटनाशक के उपयोग से, फसलों को संपूर्ण रूप से स्वस्थ रखा जा सकता है| यह कीटनाशक केवल जैविक तत्वों से बना होता है जो कि प्रकृति के अनुकूल होते है |
- स्वस्थ वातावरण और प्रकृति :- ऑर्गेनिक कीटनाशक उत्पादों के उपयोग से, प्रकृति को नुकसान पहुंचाने वाले जैविक तत्वों का संतुलन बनाए रखा जा सकता है| इसके अलावा, ये उत्पादों से प्रकृति के साथ ध्यान रखा जाता है जिससे अधिक नुकसान नहीं होता है |
- फसल सुरक्षा के लिए सस्ता विकल्प :- ऑर्गेनिक कीटनाशक उत्पादों को घर में आसानी से बनाया जा सकता है, जो कि सस्ता होता है और खेती से जुड़े अन्य खर्चों को कम करता है|
- जैव विविधता :- ऑर्गेनिक कीटनाशक उत्पादों के उपयोग से जैव विविधता को बढ़ाया जा सकता है| ये उत्पाद नुकसान पहुंचाने वाले कीटों के साथ-साथ उपयोगकर्ता के शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं होते है |
जैविक कीटनाशक के दुष्परिणाम ?
जैविक कीटनाशक उत्पादों के उपयोग से कुछ दुष्परिणाम भी हो सकते है, जैसे :-
- अस्थिर प्रभाव :- जैविक कीटनाशक फसलों में बहुत धीमे समय से काम करते है, और इसके लिए अधिक समय लगता है| यह उत्पाद सामान्य रूप से स्थायी नहीं होते है और इसलिए इन्हें नियमित रूप से लगाना आवश्यक होता है |
- असुरक्षितता :- कुछ जैविक कीटनाशक उत्पाद उच्च स्तर पर उपयोग करने से नुकसानदायक हो सकते है और उनसे संबंधित अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है |
- समस्याएं फैलना :- जैविक कीटनाशक उत्पादों के लाभों के बीच, कुछ समय इनका उपयोग नुकसानदायक भी हो सकता है| इन उत्पादों को गलत ढंग से बनाया जाता है तो इनका प्रभाव समस्याओं को फैला सकता है |
- आवासीय प्रभाव :- जैविक कीटनाशक उत्पादों को बड़ी मात्रा में उपयोग करने से आवासीय प्रभाव हो सकता है |
जैविक कीटनाशक फसलों में कब-कब दे सकते है ?
जैविक कीटनाशक फसलों में कई बार दिये जाते है, ताकि फसल की अच्छी पैदावार एवं रोग-कीटों से बचाया जा सके | जैविक कीटनाशक को फसल के विकास चरणों के आधार पर दिया जाता है|
- देशी या पुरानी फसल के बीज उपचार के लिए
- बीजों को बोने से पहले खेतों में
- पौधों के अनुकूल जलवायु में फसल के प्रथम स्टेज में
- फसल के संक्रमण के बाद या संक्रमण से पहले फसल के मध्यावधि में
- जब फसल की जड़ों पर कीट होती है, तब तरह तरह के जैविक कीटनाशक का उपयोग कर सकते है |
फसल के लिए जैविक कीटनाशक के दिए जाने के समय का चयन फसल के प्रकार और समय के अनुसार अलग-अलग होता है| जैसे गर्मियों में आमतौर पर कीटनाशक अधिक प्रभावी नहीं होते है|
अपने क्षेत्रों में बोई गई फसलों में जैविक कीटनाशक देने के लिए सही समय को जानने के लिए आप एक कृषि विशेषज्ञ से सलाह ले सकते है |
जैविक कीटनाशक बनाकर बेचने का काम और कमाई ?
जैविक कीटनाशक बनाने और बेचने का काम एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है | इससे आप एक स्वदेशी उद्योग भी बना सकते है, जो पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होता है |
जैविक कीटनाशक बनाने से संबंधित काम कुछ इस प्रकार हो सकते है –
- उचित जानकारी के साथ जैविक कीटनाशक बनाने की ट्रेनिंग प्रदान करना |
- उचित संचालन और निर्माण के लिए जरूरी उपकरण और सामग्री उपलब्ध कराना |
- जैविक कीटनाशक को बेचने के लिए उचित बाजार में निर्मित उत्पादों की पहचान करना |
- निरंतर उत्पादों की गुणवत्ता और पैकेजिंग की जाँच करना |
अधिकतर लोग जैविक कीटनाशक बनाकर अपने आस-पास के किसानों या फसलों के लिए बेचते है|
जैविक कीटनाशक कहाँ मिलेगा ?
जैविक कीटनाशक को कई जगह से खरीदा जा सकता है| जैविक कीटनाशक उत्पादों का उपयोग करना फसलों के स्वास्थ्य को बढ़ाने और फसलों के उत्पादकता को बढ़ाने के लिए एक स्वस्थ विकल्प होता है |
- कृषि उपज समान केन्द्र :- कृषि उपज समान केन्द्र जैसी संस्थाएं जैविक कीटनाशक बेचती है| इन संस्थाओं का मुख्य उद्देश्य किसानों को बेहतर उपज उत्पादन करने में मदद करना है| ये संस्थाएं अपने स्थानीय विभागों में जैविक कीटनाशक बेचती है |
- ऑनलाइन वेबसाइट :- आजकल बहुत से ऑनलाइन स्टोर्स जैविक कीटनाशक बेचते है| कुछ ऑनलाइन स्टोर्स उन्हें घर तक डिलीवर करते है, जो कि किसानों के लिए बहुत सुविधाजनक होता है |
- कृषि विभाग :- कुछ राज्यों के कृषि विभाग जैविक कीटनाशक बेचते है, जो कि किसानों को बेहतर उपज उत्पादन करने में मदद करते है |
- जैविक कीटनाशक निर्माताओं से सीधा खरीद :- जैविक कीटनाशक निर्माताओं से सीधे खरीद करना भी एक विकल्प हो सकता है| इसके लिए अपने जिले या नजदीक जैविक कीटनाशक निर्माताओं की जानकारी होना चाहिए |
जैविक कीटनाशक बनाने की विधि PDF?
ऑफिसियल वेबसाइट द्वारा जारी – जैविक कीटनाशक pdf को आप क्लिक करके देख सकते है |
बीज बुवाई में जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल कैसे करें?
बीज बुवाई में जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें –
1. सबसे पहले, जैविक कीटनाशक के उपयोग की समझदारी से सुनिश्चित करें| आपको उस उत्पाद के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए जो आप इस्तेमाल करने जा रहे है, जैसे इसकी मात्रा, इसका उपयोग कैसे करें, और विशेष निर्देश|
2. जैविक कीटनाशक को बीजों पर छिड़काव करने से पहले उसे अच्छी तरह से मिश्रित करें|
3. बीजों को जैविक कीटनाशक से अच्छी तरह से चढ़ाएं|
4. बीजों को धूप में सुखाएं|
5. सुखे हुए बीजों को धीमी आँधी या फिर चलते हुए पौधों के बीच में बोने के लिए तैयार करें|
जैविक कीटनाशक का उपयोग बीज बुवाई में केवल उचित मात्रा में किया जाना चाहिए ताकि पौधे को किसी तरह का कोई नुकसान न हो| इससे पौधों के विकास और उत्पादकता में सुधार हो सकता है और अंततः उत्पादकता बढ़ सकती है|
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