कपास में फल फूल की दवा 2024 – जानिए कपास की अच्छी पैदावार के लिए क्या करें | Tips for good cotton yield

Last Updated on May 21, 2024 by krishisahara

कपास की खेती वाले सभी किसान भाई फसल में होने वाले रोग किट एवं अच्छी पैदावार के प्रति जागरूक एवं सजग रहते है | इस फसल में समय पर सभी प्रकार की देखरेख एवं सावधानियों को अपनाकर अच्छी पैदावार ले सकते है | आइये जानते है, कपास की अच्छी पैदावार के लिए क्या करें, कपास में फल फूल की दवा कौनसी देनी चाहिए –

कपास-में-फल-फूल-की-दवा
कपास में फल फूल की दवा

कपास के फूल क्यों झड़ते है?

कपास के फूलों का झड़ना कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है:-

वातावरणिक कारण:- बदलते मौसम, तापमान, वायुमंडल, और पानी के उपलब्धता के परिवर्तन के कारण फसल के फूलों का झड़ना हो सकता है| उचित मौसमी और जल व्यवस्था के अभाव में फसल के फूल झड़ सकते है|

पोषक तत्वों की कमी:- फसल को उचित पोषण सामग्री न मिलने से फूलों का संख्या घट सकता है और वे झड़ सकते है| नाइट्रोजन, पोटाश, फॉस्फोरस, और अन्य पोषक तत्वों की कमी फूलों के झड़ने का कारण बन सकती है|

जल की कमी या अधिकता:- फसल को उचित जल सिंचाई न मिलने या जल की अधिकता के कारण भी फूलों का संख्या और क्वालिटी पर असर पड़ सकता है|

कीट और रोगों का प्रकोप:- कपास को कीट और रोगों से बचाने के लिए उचित प्रबंधन नहीं करने से फसल के फूल झड़ सकते है|

गहरी खेती:- फसल की समझदार खेती के अभाव में फूलों का संख्या और क्वालिटी पर असर पड़ सकता है|

जैविक विकार:- कई बार फसल में जैविक विकार भी हो सकते है, जैसे कीटों की चपेट में आना और रोगों का प्रकोप, ये फसल के फूलों को प्रभावित कर सकते है और उनके झड़ने का कारण बन सकते है|

कपास की फसल में कितने स्प्रे करने चाहिए ?

कपास की फसल में स्प्रे करने की संख्या विभिन्न कारणों पर निर्भर करती है, जैसे कीट-रोग प्रबंधन, फसल की स्थिति, भूमि और मौसम की स्थिति, और किसानों के स्थानीय अनुभव के आधार पर स्प्रे करना चाहिए|

कपास की फसल में स्प्रे करने के लिए आमतौर पर निम्नलिखित कारणों पर ध्यान दिया जाता है –

कीट-रोग प्रबंधन:- कपास फसल को कीट और रोगों से बचाने के लिए स्प्रे किया जाता है | प्रमुख कीट और रोगों में फसल बोरर्स, अफीड्स, बॉलवर्म, जासिद, बॉलवर्म, एंथ्रेक्नोज रोग, डॉली रोग आदि शामिल हो सकते है| स्प्रे के लिए किसी भी कीटाणुनाशक या फंगीनाशक का उपयोग किया जाता है, लेकिन स्प्रे करने से पहले विशेषज्ञों से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है|

फसल स्थिति:- फसल की स्थिति के आधार पर भी स्प्रे की जरूरत होती है| यदि फसल में कीट और रोग के प्रकोप के लक्षण प्रकट हो रहे है, तो तुरंत प्रबन्धन करना उचित होता है|

भूमि और मौसम की स्थिति:- भूमि और मौसम की स्थिति भी स्प्रे की संख्या को प्रभावित कर सकती है| यदि मौसम शुष्क और गर्म है, तो कुछ रोगों और कीटाणुओं का प्रकोप बढ़ सकता है| ऐसे में अधिक संख्या में स्प्रे करना जरूरी होता है|

स्थानीय अनुभव:- किसानों के स्थानीय अनुभव भी स्प्रे की संख्या का एक महत्वपूर्ण तत्व होता है|स्थानीय स्तर पर विशेषज्ञ और कृषि विज्ञानियों के सुझावों का पालन करना अच्छा होता है|

कपास की अच्छी पैदावार के लिए क्या करें ?

कपास की अच्छी पैदावार के लिए कुछ मुख्य उपाय निम्नलिखित है:-

उचित बीज चुनें:- अच्छी पैदावार के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है, सही प्रकार के बीजों का चयन करना | विशेषज्ञ द्वारा सिफारिश किए गए प्रमाणित बीजों का उपयोग करें, जो फसल के लिए उचित पोषक तत्वों से भरपूर होते है|

समयबद्ध कटाई:- कपास की समयबद्ध कटाई अधिक पैदावार को सुनिश्चित करने में मदद करती है| उचित समय पर फसल काटकर उसे धूप में सुखाना अधिक उत्तम होता है|

पोषण सामग्री का उचित उपयोग:- कपास की अच्छी पैदावार के लिए पौधों को उचित पोषण सामग्री जैसे कंपोस्ट, खाद, और उर्वरक का उपयोग करना फायदेमंद होता है|

जल बचाव व्यवस्था:- कपास की पैदावार के लिए अच्छी जल बचाव व्यवस्था सुनिश्चित करें| नियमित तरल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए खेत में बुनाई के लिए सिंचाई प्रणालियों का उपयोग करें|

कीट और रोग प्रबंधन:- फसल को कीट और रोगों से बचाने के लिए उचित प्रबंधन करें| कीटाणुनाशक और फंगीनाशक का उपयोग करके कीट और रोगों के प्रकोप को रोकें|

उचित समय पर काम करें:- कपास की पैदावार के लिए समय पर सभी कार्यों को करना अत्यंत महत्वपूर्ण है| समय पर बीज बोना, जल देना, कीटनाशक और खाद छिड़कना, और कटाई करना सही समय पर अनुसरण करें|

सम्मेलनीय फसल प्रणाली:- सम्मेलनीय फसल प्रणाली का उपयोग करके कपास की पैदावार बढ़ाएं, कपास के साथ और फसलों को मिलाकर खेत में लगाने से फसल के लाभ में सुधार हो सकता है|

यह भी पढ़ें –

कपास में फल फूल की दवा ?

कपास में फूल और फलों को संरक्षित रखने के लिए कई प्रकार की दवाएं (जीवाणुनाशक और फंगीस्त्रोत दवाएं) उपलब्ध है| ये दवाएं फसल को कीट और रोगों से बचाने में मदद करती है और अधिक पैदावार की संभावना बढ़ाती है| ये दवाएं उचित तरीके से उपयोग करने चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही इनका उपयोग करना चाहिए|

यहां कुछ फूल और फल के विकारों के लिए आम दवाएं दी गई है –

वीरोमिल (Virazole):- यह दवा कपास के फूलों के सफेदी और फसल की विकास में मदद करती है|

दालबन्दी (Dalbandin):- यह दवा फसल में रोगों से बचाने में मदद करती है और फूल और फलों को संरक्षित रखने में मदद करती है|

टापीर (Thiapril):- यह दवा फसल के फूलों को बचाने में मदद करती है और फसल की पैदावार को बढ़ाती है|

ट्रायकोडर्मा (Trichoderma):- यह फसल के लिए प्राकृतिक फंगीस्त्रोत है, जो कुछ कीटों और कई फंगल रोगों को नष्ट करता है|

इंडोक्लोरपिड (Indoclorpyrifos):- यह दवा फसल के कीटों से बचाने में मदद करती है और फसल के फूलों और फलों को संरक्षित रखती है|

कृपया ध्यान दें कि ये दवाएं विभिन्न फसलों और क्षेत्रों में उपयोग के लिए अलग-अलग हो सकती है| इन्हें उचित मात्रा में, सही समय पर और विशेषज्ञों के सलाह के अनुसार ही उपयोग करना चाहिए| दवाओं का उपयोग करते समय पूरी जानकारी प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है|

कपास में फूल-फल झड़ने से कैसें बचाए ?

कपास में फूल और फलों के झड़ने से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाने से फायदा हो सकता है:-

  • मिट्टी एवं फसल काल में उचित पोषण की व्यवस्था करें, खाद, कंपोस्ट, और उर्वरक देने से फसल के विकास में सुधार हो सकता है |
  • फसल की स्थिति को नियमित रूप से मूल्यांकन करें और जब भी आवश्यकता हो, उचित दवा या उपाय का उपयोग करें |
  • कपास के फूल और फलों के झड़ने के पीछे कई बार कीट और रोग होते है| फसल में कीटनाशक और फंगीस्त्रोत का उचित उपयोग करके इसे नियंत्रित कर सकते है |
  • अधिक बारिश और कम सिंचाई भी फूल और फलों के झड़ने का खतरा बना सकती है | इसलिए, समय पर और सही तरीके से खाद्यान्न देना चाहिए |
  • फसल को संभावित प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए उपाय अपनाएं, इससे भी फसल की पैदावार प्रभावित होती है |

कपास में पोटाश कब देना चाहिए?

कपास के लिए पोटाश की खाद का उपयोग पौधों के सही विकास के लिए महत्वपूर्ण है| पोटाश एक महत्वपूर्ण मिनरल है, जो पौधों के विकास में मदद करता है, जिससे उन्हें मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद मिलती है| पोटाश के सामान्यतः तीन मुख्य योगदान होते है –

  • पौधों की उचित विकास और गुच्छ बनाने में मदद करना |
  • फसल में फूल और फलों के निर्माण को सुनिश्चित करना |
  • पौधों को मजबूत, ठंडी, और तापमान में स्थायी बनाए रखने में मदद करना |

कपास को पोटाश का उपयोग निम्नलिखित समय पर कर सकते है –

  1. कपास की पौधों को पोटाश की खाद देने का सबसे उचित समय खड़ी फसल के दौरान होता है| पोटाश को जीवांत खाद के रूप में या फोलियर स्प्रे के माध्यम से पौधों को सर्दियों के समय पर दिया जा सकता है |
  2. पोटाश की खाद को फूलों के निर्माण के समय या एक सप्ताह पहले दे सकते है | फूल और फलों के निर्माण के समय इसका प्रयोग उत्पादन वृद्धि के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है |
  3. ठंडी, और अधिक एवं कम तापमान से बचने के लिए भी पोटाश की खाद का उपयोग किया जा सकता है| ये अवसर खेत में नियमित जांच करके और ठंडी, और तापमान के आधार पर फूलों के विकास को ध्यान में रखते हुए उपयोग किया जा सकता है |

कपास की फसल में फल फूल बढाने के लिए टॉप उपाय ?

कपास की फसल में फूल और फलों की संख्या बढ़ाने के लिए कुछ मुख्य टिप्स निम्नलिखित है –

  • मिट्टी और फसल को उचित पोषण सामग्री देना फूलों को बढ़ावा देता है और फलों के निर्माण को सुनिश्चित करता है |
  • समय-समय पर खाद, कंपोस्ट, और उर्वरक देने से फसल के विकास में सुधार होता है |
  • कपास फसल का समय पर अच्छा विकास के लिए समय पर सिंचाई करना जरूरी है |
  • फसल की नियमित रूप से किट रोग की देखरेख करें और जब भी आवश्यकता हो, उचित दवा या उपाय का उपयोग करें|
  • संभावित प्राकृतिक आपदा जैसें मौसम परिवर्तन, वातावरण में तापमान वृद्धि, अधिक बारिश, जलभराव आदि के प्रति उचित सभाधान के साथ उपाय अपनाएं|
  • फूल और फलों आने के समय उचित दवा का उपयोग करें |
कपास में फल फूल की दवा

1 एकड़ में कपास कितना निकलता है?

कपास के प्रति एकड़ से पैदावार को कई तत्वों पर निर्भर किया जा सकता है, जैसे कि कृषि तकनीक, जल व्यवस्था, भूमि की उपजाऊता, खेत के प्रबंधन की गुणवत्ता, बीज का गुणवत्ता, और मौसमी परिस्थितियों का प्रभाव, सामान्यतः प्रति एकड़ पैदावार की बात करें तो 10 क्विंटल का औसत उत्पादन लिया जा सकता है |

कपास की बढ़वार के लिए कौन सी खाद डालें?

कपास की बढ़ती हुई फसल के लिए उचित खाद का उपयोग करना महत्वपूर्ण है | खाद पौधों को आवश्यक पोषक तत्वों से लबालब भरती है और फसल की पैदावार और गुणवत्ता को बढ़ाती है | कपास की खेती में निम्नलिखित खादों का उपयोग किया जा सकता है –
– यूरिया
– सुपरफॉस्फेट
– मुरियेट ऑफ पोटाश
– देसी गोबर खाद
– फसल अवशेष या खाद्यान्न की सड़ी खाद
वर्मीकम्पोस्ट

यह भी जरूर पढ़ें…

दुसरो को भेजे - link share

Leave a Comment

error: Content is protected !!