[ पेड़-पौधों की देखभाल कैसे करें 2024 ] जानिए सर्दी, बरसात, गर्मी में पौधों की देखभाल – सिंचाई, कटिंग, निराई-गुड़ाई, खाद-दवा, ग्रोथ कैसे बढ़ाए | How to Take Care of Plants

Last Updated on February 20, 2024 by krishisahara

पौधों की देखभाल कैसे करें – सदियों से ही पेड़-पौधे मानव जीवन के समान ही, सजीवों की श्रेणी में आते है | पेड़ हमारी कई प्रकार से मदद करते है, लेकिन जिंदगी की भागदौड़ में केवल स्वार्थ (फल-फ्रूट्स, फसल पैदावार से कमाई) के लिए ही पेड़ों देखभाल करते है| पेड़-पौधे, वायुमंडल से कई प्रकार की जहरीली गैसों को सोखकर, ऑक्सीजन के रूप में वापस बहार छोड़ते है |

पेड़-पौधों-की-देखभाल-कैसे-करें
पेड़-पौधों की देखभाल कैसे करें

आज हम बात करेंगे, बागवानी और फल-फूलदार पेड़ों की शुरुआत से अंत तक देखभाल, और अधिक लाभ कैसे लिया जा सकता है –

बागवानी पौधा क्या है ?

आज के समय फल, सब्जी और मसालों के पौधे को व्यवसायिक तरीकों से देखभाल और लाभ कमाने वाले पौधों को बागवानी पौधा कहा जाता है | किसान के लिए गर्मी का मौसम बागवानी पौधे को बचाना चुनोतीयों भरा होता है | इस समय अधिक तापमान से पौधे को बचाना, सिंचाई, टहनियों की कटाई, निराई-गुड़ाई देखभाल मुख्य काम होते है |

पेड़ पौधों की देखभाल कैसे करें ?

  • हर महीने बागवानी पेड़ों के नीचे से खरपतवार और मिट्टी की गुड़ाई करनी चाहिए |
  • सिंचाई आवश्यकतानुसार करनी चाहिए, ज्यादा सिंचाई करने से बचे |
  • तेज धूप में पेड़-पौधों में सिंचाई पानी नही देना चाहिए |
  • हमे प्रतिदिन शाम के समय या सुबह 11 बजे से पहले पेड़-पौधों को सिंचाई पानी देना चाहिए |
  • बड़े पेड़ों की आयु होने पर पास में नए पेड़ लगाकर, पुराने को कटवा सकते है |
  • कीमती पेड़ों लकड़ी बेचने हेतू, लगातार देखरेख रखे |
  • बागवानी और कीमती पौधे लंबे समय तक लाभ देते है, इसलिए रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करने से बचे |
  • पेड़-पौधों में हमेशा जैविक खादों का प्रयोग करना चाहिए |
  • पेड़ों को लगाने से पहले ध्यान रखें, सघनता/ पास-पास लगाने से बचे |
  • हर 4 महीनों में एक बार पेड़ों की जड़ों के पास से मिट्टी में दीमक का पता लगाए |

पौधों की ग्रोथ कैसे बढ़ाए ?

  • सामान्य तरीकों से पौधे को जल्दी ग्रोथ करने के लिए समय-समय पर खाद और पानी देना होगा अक्सर गर्मी के मौसम में पेड़ों को बिना पानी छोड़ देते है, तो पेड़ की आयु कम होती जाती है |
  • जहां तक हो सके सिर्फ, ऑर्गेनिक खाद, केचुआ खाद और चायपत्ती का उपयोग करके पौधों में बढ़वार करा सकते है |
  • छोटे-बड़े पौधे की बढ़वार के लिए अच्छी धूप की व्यवस्था होनी चाहिए |

सर्दी, बरसात, गर्मी में पौधों की देखभाल ?

ऋतु अनुसारपौधों की देखभाल के तौर तरीके
सर्दी का मौसमसर्दी के मौसम में प्रत्येक 2 से 3 सप्ताह के अंतराल में सिंचाई देना होता है|
पेड़ की जड़ों के आस-पास की मिट्टी की निराई-गुड़ाई करनी चाहिए |
पौधे को ठंड/जाड़े से बचाने के लिए ऐसी व्यवस्था करें, की पौधे को सीधी ठंडी हवा न लगे|
गर्मी का मौसमइस सीजन में सिंचाई का विशेष ध्यान रखना है – सप्ताह में 3 बार शाम के समय या सुबह 11 बजे से पहले सिंचाई करें |
पेड़ों के नीचे निराई-गुड़ाई का ध्यान रखे, जिससे पौधा मजबूत और रोगों के प्रति सहनशील हो सके |
गर्मी सीजन के शुरुआत में टहनियों की कटाई न करें |
बरसात का मौसमयह सीजन पेड़-पौधों के लिए अमृत का से होता है, इस समय पेड़-पौधों मे ज्यादा ग्रोथ देखने को मिलती है |
बरसात के मौसम के शुरुआत में आप जैविक खाद को हर पेड़ के लिए अच्छी मात्रा में दे सकते है |
पेड़ों के पास-होने वाली खरपतवार को रोके, हर 10 दिन के अंतराल में निराई-गुड़ाई कराए |

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पौधों को कितनी बार पानी देना चाहिए?

यदि आप अपना पौधा हरा भरा और स्वस्थ देखना चाहते है, तो पौधे के जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करना चाहिए | जरूरी पोषक कारकों में सिंचाई पानी है, जिसको सुबह, शाम देना उचित माना गया है |

पहली बार आपको सुबह के समय 10-11 बजे तक पानी देना है, दूसरी बार शाम 4 बजे बाद पानी देना है| तेज धूप में फसल की सिंचाई करना, बिल्कुल नुक्सानदायी माना गया है |

पेड़ पौधों की कटाई कब करनी चाहिए ?

पतझड़ आधारित पेड़-पौधों की कटाई-छटाई का सबसे उत्तम समय वसंत ऋतु से पहले यानि सर्दियों का समय होता है |

नवंबर से लेकर मार्च तक अधिक बढ़वार और फलों के फुटाव के लिए पेड़ों की कटाई-छटाई का समय अच्छा माना गया है |

पौधों-की-ग्रोथ-कैसे-बढ़ाए

बागवानी पेड़ों की निराई-गुड़ाई कैसें करें ?

निराई-गुड़ाई का मतलब अनावश्यक खरपतवार को हटाना, पौधे के आस-पास की मिट्टी को उलट-पुलट करना होता है | निराई-गुड़ाई से पेड़ की जड़ों को प्रकाश, हवा का आवागमन बनता है निराई-गुड़ाई से बागवानी पौधे स्वस्थ और ग्रोथ में तेजी आती है |

पेड़ को दीमक से बचाने के लिए कौनसी दवा का उपयोग करें ?

किसी भी खेत या पेड़ पर यह दीमक कीड़ा लगना शुरू हो जाता है तो, इससे छुटकारा पाना इतना आसान नही है | दीमक कीड़े में सेल्यूलोज होता है, जिसमे किसी भी सामग्री को नष्ट करने जितनी शक्ति होती है |

उपचार/निवारण – पेड़ों को दीमक कीड़े से बचाने के लिए क्लोरफिरिफोस 20% ईसी या लिंडेन 20% ईसी का छिड़काव करना होगा | या फिर आप आर्सेनिक Trioxide का प्रयोग भी कर सकते है |

स्वस्थ पेड़ वाली बागवानी के लाभ ?

  • बागवानी का पेड़ यदि स्वस्थ रहेगा तो, अधिक उपज/उत्पादन मिलेगा |
  • स्वस्थ बागवानी पेड़ से स्वस्थ फल, सब्जियां या मसाला स्वस्थ मिलेगा |
  • स्वस्थ बागवानी से, उपज को तैयार करने में कम लागत में उपज तैयार हो सकती है, जो अच्छे मुनाफे का कारण बनता है |
  • मानव जीवन और पेड़-पौधे का जीवन एक दूसरे के ऊपर निर्भर है |
  • स्वस्थ पौधों से फल उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सकती है |

पौधों को पानी देने का सबसे अच्छा समय क्या है?

पौधे को पानी देना का सबसे अच्छा समय सुबह 4 से 11 बजे के बीच या फिर शाम के 4 बजे बाद पौधों में पानी दे सकते है |

सूखे पौधे को हरा भरा कैसे करें?

पौधे सूखने कई कारण हो सकते है जैसे की – पेड़ की आयु होना, जड़ों में दीमक लगना, जल भराव होना, पेड़ को पानी नहीं मिलना, पेड़ के चारों और पक्का निर्माण होना, पेड़ों को सूर्य प्रकाश नहीं मिलना, मिट्टी, ज्यादा ठंढ का मौसम, अधिक खाद आदि कारण से पेड़ सुख जाते है|

इसलिए पेड़-पौधों को हरा-भरा रखने के लिए ऊपर दिए गए सभी कारणों के विपरित काम करके कई साल तक पेड़ को स्वस्थ रखा जा सकता है |

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