Last Updated on February 8, 2024 by krishisahara
पौधों का मुख्य पोषक तत्व है | पोषक तत्व के प्रकार | पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का वर्गीकरण | पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण pdf | पौधों में पोषण कहाँ होता है | पौधे अपना पोषण कैसे लेते हैं | मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्व –
मानव जीवन पेड़-पौधों के ऊपर निर्भर है, परंतु वर्तमान समय में मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए पेड़-पौधों की कटाई लगातार कर रहा है| आने वाले समय में यह एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आएगी, हमे पौधे-पौधे की संख्या बढ़ानी होगी| पेड़-पौधे की अच्छी ग्रोथ तथा पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व का ध्यान रखना होगा|
पौधे के प्रमुख तत्व में वे तत्व आते है, जिनको गौण मात्रा में पौधे ग्रहण करते है – जैसे आयरन, बोरोन, जिंक, क्लायरिन, मोलीब्डेनम, मैगनिज, कॉपर आदि तत्व पौधे ग्रहण करते है| इन सभी पोषण तत्व के न मिलने पर पौधे की वृद्धि तथा विकास पूरी तरह से रुक जाता है| प्रत्येक पोषण तत्व को पौधे के अंदर कुछ विशेष कार्य करते है, कोई भी पौधा अपने जीवन चक्र में बिना पोषण तत्वों के पूर्ण नही होता है| तो आइए, इस लेख के माध्यम से जानते है की पौधों के मुख्य पोषक तत्व कौन कौनसे है –
पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व क्या है/भूमिका ?
पौधे में पोषण तत्व की मुख्य भूमिका होती है, क्योंकि यदि पौधे में किसी भी पोषण तत्व की कमी होती है तो, इससे पौधे का विकास सही से नही होता है या फिर पौधे का विकास रुक जाता है| इस समस्या को केवल उपयुक्त मात्रा में प्रयोग करके ही दूर किया जा सकता है| यही कारण है की पौधे में पोषण तत्व की भूमिका अधिक होती है| पौधे को अच्छे से ग्रोथ करने के लिए पानी, सूर्य का प्रकाश और पोषण तत्व की आवश्यकता होती है|
पौधों का मुख्य पोषक तत्व क्या है?
पौधे का विकास हो इसके लिए कम से कम 16 पोषण तत्वों की आवश्यकता होती है| इन पोषण तत्वों में से कार्बन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन तीन तत्व और हवा एवं पानी तथा अन्य 13 तत्व भूमि उर्वरक तथा खाद से मिलती है| जिनमे से 3 प्रमुख है जैसे की नाइट्रोजन, पोटाश, फास्फोरस तथा तीन गौण तत्व गंधक, मैग्नीशियम, कैल्शियम और शेष 7 सूक्ष्म तत्व बोरॉन, क्लोरों, मोलीब्डेनम, मैगनिज, कॉपर, लोहा, तांबा, जस्ता आदि सूक्ष्म तत्व होते है|
पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण?
- पौधे में नाइट्रोजन की कमी के लक्षण :- पौधे में नाइट्रोजन की कमी से पौधे का विकास रुक जाता है और पौधा पतला तथा छोटा दिखाई देने लगता है| पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लग जाती है, कुछ समय के बाद फुल और फल भी गिराना शुरू हो जाते है|
- पौधे में बोरान की कमी के लक्षण :- बोरान की कमी से पौधे की कली का रंग हल्का हरा हो जाता है तथा पत्तियों का आकार छोटा होने लगता है और जड़ों का विकास भी रुक जाता है, जिसके कारण से पौधा सूखने लगता है|
- पौधे में कैल्सियम की कमी के लक्षण :- कैल्सियम की कमी होने पर पौधे की पत्तियों का आकार छोटा हो जाता है साथ ही पौधे की कालिया सूखने लगती है| दलहन फसलों की जड़ों में ग्रंथियां कम और छोटी बनती है|
- पौधे में पोटाश की कमी के लक्षण :- इसकी कमी होने के कारण पत्तियां छोटी, पतली तथा सभी और से सूखकर भूरी पड़ जाती है| पौधे की जड़ का विकास रुक जाता है जिसके कारण से पौधे का भी विकास रुक जाता है तथा पौधे के तने कमजोर हो जाते है|
- पौधे में फास्फोरस की कमी के लक्षण :- पौधे में फास्फोरस की कमी होने के कारण टिलरिंग कम होती है, पौधे में फल-फुल कम लगते है| पौधे तथा जड़ों का विकास रुक जाता है, पत्तियों का रंग तांबे जैसा हो जाता है|
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पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का वर्गीकरण?
पोषण तत्वों का वर्गीकरण 2 प्रकार से किया गया है, जिसकी जानकारी नीचे विस्तार से दी गई है –
- दीर्घ पोषण :- दीर्घ पोषण तत्व में कार्बन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, पोटेशियम, मैग्नेशियम आदि तत्व दीर्घ पोषण के अंतर्गत आते है |
- लघु पोषण :- लघु पोषण तत्व में जिंक, क्लोरीन, बोरॉन, कैल्सियम, कॉपर आदि तत्वों को लघु पोषण में रखा गया है |
लघु पोषण तत्व को दो वर्गो में वर्गीकृत किया है-
- प्राथमिक पोषण :- पौधे को अन्य पोषण तत्वों की अपेक्षा में NPK तत्वों की अधिक मात्रा में आवश्यक होती है |
- द्वितीय पोषण :- पौधे को Ca, S और Mg पौधे को पर्याप्त मात्रा में चाहिए |
मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्व कौन-कौन से है?
मिट्टी में कई आवश्यक पोषण तत्व होते है जैसे की- हाइड्रोजन, कार्बन, पोटाश, जिंक, कॉपर, आयरन, क्लोरीन, कैल्सियम, नाइट्रोजन, फास्फोरस, सल्फर, नाइट्रोजन, बोरोन आदि आवश्यक तत्व मिट्टी में पाए जाते है, जो पौधे की ग्रोथ में मदद करते है|
पौधे में जैविक और रासायनिक पोषक तत्व के स्रोत?
पौधे में जैविक पोषण तत्व –
जैविक खाद | नाइट्रोजन (%) | फास्फोरस (%) | पोटाश (%) |
गोबर की खाद | 0.5 | 0.2 | 0.5 |
धान अवशेष | 0.61 | 0.09 | 1 |
गेहूं अवशेष | 0.48 | 0.07 | 0.9 |
कम्पोस्ट खालिया | 1.5 | 1 | 1.5 |
पौधे में रासायनिक पोषण तत्व –
स्त्रोत | नाइट्रोजन (%) | फास्फोरस (%) | पोटाश (%) |
अमोनियम सल्फेट | 20 | – | – |
यूरिया | 46 | – | – |
12-32-16 (मिश्रित उर्वरक) | 12 | 32 | 16 |
17-17-17 (मिश्रित उर्वरक) | 17 | 17 | 17 |
10-26-26 (मिश्रित उर्वरक) | 10 | 26 | 26 |
पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन सा है?
पौधे के लिए सबसे अच्छा उर्वरक NPK (15-15-15) माना जाता है, इस NPK उर्वरक में 15% नाइट्रोजन, 15% फास्फोरस और 15 % पोटाश होता है| यह उर्वरक फल- फुल तथा पत्तियों की मात्रा और साइज को बढ़ता है, साथ ही यह पौधे को विकास में भी मदद करता है|
पौधे सूखने लगे तो क्या करें?
यदि आपके पौधे किसी कारण से सूखने लग जाए तो, आप अपने पौधे को सूखने से बचा सकते है| इसके लिए आपको उचित मात्रा में जैविक उर्वरक का उपयोग करना होगा, इसके साथ ही आपको पौधे में समय-समय खाद तथा पानी डालते रहना चाहिए|
पौधों में फिटकरी डालने से क्या होता है?
यदि आप पौधे की ग्रोथ तथा विकास अच्छे से करना चाहते है, तो आपको इसके लिए पौधे में फिटकरी डालना चाहिए इससे पौधा का विकास भी जल्दी होगा और साथ ही मिट्टी की शक्ति भी बढ़ेगी| पौधे की सिंचाई आपको फिटकरी के पानी से ही करनी चाहिए |
पौधों की वृद्धि के लिए क्या करना चाहिए?
- आपको हमेशा अच्छी किस्म के पौधे का चयन करना चाहिए|
- बीज तथा पौधे को सही समय और बुवाई तरीके से लगाना चाहिए|
- समय-समय पर पौधे को किट तथा रोग नियंत्रण करना होगा|
- पौधे को समय-समय पर खाद, सिंचाई देनी चाहिए और खरपतवार का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए|
- पौधे को सही तरीके से पानी देना है या सिंचाई करना है|
- जड़ों को मजबूत और फलों को बड़ा करने के लिए फॉस्फोरस का उपयोग करना चाहिए|
मिट्टी में पोषक तत्वों की पुनः पूर्ति कैसे होती है?
तत्वों की पुनः पूर्ति करने के लिए उर्वरक तथा खाद को मिट्टी में मिलाकर मिट्टी में पोषण तत्वों की पुनः पूर्ति कर सकते है |
पौधे को कुल कितने आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है?
पौधे को कुल 16 पोषण तत्वों की आवश्यकता होती है, यदि इसमें से एक तत्व की भी कमी आ जाती है, तो इससे पौधे का विकास रुक जाता है तथा ग्रोथ पर प्रभाव पड़ता है |
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