Soyabean rate in rajasthan | राजस्थान में सोयाबीन का भाव | Soybean price in rajasthan
प्रदेश की अनाज मंडियों में सोयाबीन की आवक हुई अच्छी | सोयाबीन के कमजोर भावों ने इस बार किया किसानों और व्यापारियों को नाराज | इस बार के सीजन में राजस्थान के आस-पास के राज्यों में हुई अच्छी बारिश से सोयाबीन की फसल काफी अच्छी हुई है | वर्तमान बाजार में तिलहनी फसलों की मांग कमजोर होने से भाव डाउन बने हुए है | जानिए, आज राजस्थान में सोयाबीन क्या भाव बिका है –
![[ राजस्थान में सोयाबीन का भाव 2023 ] जानिए जयपुर, कोटा, बारां, देई, अकोला, अलवर की अनाज मंडियां | Soyabean Mandi Bhav Rajasthan Today 1 राजस्थान-में-सोयाबीन-का-भाव](http://krishisahara.com/wp-content/uploads/2021/12/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A5%8B%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5.jpeg)
राजस्थान में सोयाबीन का भाव –
सोयाबीन आवक मंडियाँ | अधिकतम भाव रु / क्विंटल में |
बारां मंडी सोयाबीन रेट | 4810/- |
बूँदी | 4840/- |
प्रतापगढ़ सोयाबीन मंडी | 4810/- |
झालरापटन | 4820/- |
जयपुर सोयाबीन भाव | 4830/- |
आसपुर | 4890/- |
कपास में लगने वाले रोग | सबसे अच्छा ट्रेक्टर |
सालासर | 4820/- |
कुशलगढ़ soyabean mandi | 4880/- |
भवानी मंडी | 4820/- |
खानपुर | 4830/- |
सुजानगढ़ | 4880/- |
बांसवाड़ा | 4860/- |
कोटा मंडी सोयाबीन | 4790/- |
फतेहनगर | 4910/- |
गुलाब की खेती | पंजाब की कृषि के आंकड़े |
इटावा मंडी | 4840/- |
टोंक soyabean mandi | 4820/- |
अकोला | 4810/- |
राजस्थान में सोयाबीन का क्या भाव चल रहा है?
इन दिनों राज्य की मंडियों में सोया डाउन में है, जहां कम क्वालिटी का सोया दाना 4000 रु / क्विंटल के आस-पास , मध्ययम क्वालिटी का सोयाबीन दाना 4200-4500 रु / क्विंटल के आस-पास है | वही टॉप क्वालिटी का सोया दाना 5000 रु / क्विंटल के लगभग भावों में बिकता नजर आ रहा है – राजस्थान सोयाबीन भाव समाचार
सोयाबीन में तेजी कब आएगी?
पिछली फसल की तुलना में इस बार कमजोर भाव में बिक रहा है सोयाबीन, आगे में भी भाव स्थिर रहने के अनुमान है, क्योंकि इस बार की फसल को सामान्य, और तिलहनी फसलों में मंदी मानी जा रही है | तेजी की बात करें तो इस बार तिलहनी फसल निर्यात निति, सरसों की नई फसल और बाजार में तेल की मांग आदि से बढ़ सकती है |
यह भी जरूर पढ़ें –