Last Updated on March 12, 2024 by krishisahara
डीएपी उर्वरक मूल्य | डीएपी खाद क्या काम करता है | डीएपी खाद कैसे बनाया जाता है | DAP/डीएपी उर्वरक क्या है | डीएपी उर्वरक का उपयोग कैसे करें | डीएपी खाद की पूरी जानकारी
दुनिया में सबसे ज्यादा काम में आने वाला रसायनिक खाद है, तो वह है- डीएपी उर्वरक | कृषि क्षेत्र में इस रसायनिक खाद की खोज 1960 के दशक में कि गई, जो हरित क्रांति की मुख्य रासायनिक खाद बनी | वर्तमान में भारत में रासायनिक उर्वरकों में सर्वाधिक उपयोग में आने वाला और किसानों के बीच सर्वाधिक लोकप्रिय खाद है |
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DAP Khad Full Form/डीएपी उर्वरक का क्या मतलब है –
“DAP” पूरा नाम- डाई अमोनियम फास्फेट (Diammonium Phosphate) है |
डीएपी उर्वरक क्या है, डीएपी खाद क्या काम करता है ?
यह एक रासायनिक खाद है जो, 2 रसायन से मिलकर बना होता है – अमोनियम और फास्फेट डीएपी में मुख्य रूप से नाइट्रोजन 18% और 46% फास्फोरस होता है| फास्फोरस से पौधों की जड़ें विकसित एवं मजबूत होती है, DAP ज्यादातर जड़ आधारित पौधों तथा फूल आधारित फसलों में प्रयोग की जाती है |
डीएपी खाद फसलों में लगभग 1 सप्ताह बाद असर दिखाना शुरू कर देता है और यह लगातार 3-4 महीने तक फसल के साथ क्रियाशील रहता है |
डीएपी खाद का प्रयोग किन-किन फसलों में कर सकते है ?
किसान भाई इस खाद का प्रयोग गन्ना, धान, गेहूं, मक्का, सब्जियों जैसे- गाजर, शलगम, मुली, करेला, शिमला मिर्ची आदि में कर सकते है |
ज्यादातर दलहनी- तिलहनी फसलों में इसका प्रयोग किया जाता है | इन फसलों और सब्जियों में इसका कोई भी साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिलता है |
DAP खाद की खपत पूरे साल ही रबी और खरीफ सीजन में सर्वोधिक बनी रहती है |
डीएपी खाद कैसे बनाया जाता है ?
DAP में 18% नाईट्रोजन, 46% फास्फोरस, 18% नाईट्रोजन में से 15.5% अमोनियम नाईट्रेट का दानेदार सॉलिड मिश्रण होता है| 46% फास्फोरस में से 39.5% फास्फोरस होता है, जो आसानी से पानी में घुलनशील होता है |
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डीएपी खाद के क्या फायदे हैं?
यह फसलों में नाइट्रोजन और फास्फोरस की कमी को दूर करता है | लगातार लंबे समय तक पौधों में मिट्टी/मृदा में मौजूद बैक्टीरिया के द्वारा पौधों में नाइट्रेट पोषण के रूप में काम करता है –
- नाइट्रोजन और फास्फोरस तत्व पौधों को न मिलने पर जड़, फल व फूल की प्रक्रिया कम होती है, जिससे उत्पादन पूरा प्रभावित होता है |
- DAP बीज को उगाने और पौधों को बड़ा कर फलने-फूलने में जादू के जैसे काम करता हैं |
- यह रसायन मृदा के संपर्क में आकर पौधों की जड़ों के विकास करने में काफी योगदान देता है |
- पौधों की जड़े और कोशिकाओं के विभाजन और नए निर्माण में DAP का महत्वपूर्ण योगदान रहता है |
- दलहन और तिलहन फसलों के लिए इसमे होने वाला अनुपात सबसे अनुकूल है |
- फसल की जड़े काफी संख्या और मजबूत होने के कारण फसल अच्छी खड़ी होती है |
डीएपी उर्वरक का उपयोग कैसे करें ?
इस खाद का उपयोग किसान भाई किसी भी फसल के बुवाई के समय कर सकते हैं, जो फसल के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है | देश में बहुत से किसान डीएपी का प्रयोग बुवाई में न करके पहली या दूसरी सिंचाई में के साथ इसका प्रयोग करते हैं |
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जो किसान भाई लगातार रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करते आ रहे हैं या कम उपजाऊ जमीन या मध्यम उपजाऊ जमीन में 50 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से डीएपी खाद का प्रयोग कर सकते हैं | उर्वरक की यह मात्रा काफी अच्छी है, इस हिसाब से फसल काफी मजबूत और अच्छी उपज दे सकती है |
2024 में डीएपी का रेट क्या है ?
देश में सरकारी सब्सिडी सहित रेट के अनुसार DAP खाद की कीमत 1350 रुपये प्रति 50 किलो बेग के हिसाब से चल रही है |
- इफको डीएपी की कीमत
- dap khad ka ret 2024
- यूरिया खाद का रेट 2024
डीएपी खाद कब डालना चाहिए?
DAP खाद का उपयोग बुवाई के समय कर सकते हैं, जो फसल के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है| देश में बहुत से किसान डीएपी का प्रयोग बुवाई में न करके पहली या दूसरी सिंचाई में के साथ इसका प्रयोग करते हैं |
डीएपी की सरकारी रेट 2024?
बता दे की यह बिना सब्सिडी के डीएपी की वास्तविक रेट 4073 रुपये प्रति बेग है | लेकिन हाल ही में सरकार ने सब्सिडी की राशि में बढ़ोतरी कर दी जिससे डीएपी की सरकारी रेट 1350 रुपये प्रति 50 kg बोरा हो गई |
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