Last Updated on February 5, 2024 by krishisahara
हाल ही में, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने कृषि में वैज्ञानिक नव-विचारों को बढ़ावा देने के लिए तथा कृषि को उन्नत तकनीकों से जोड़ने के लिए “कृषक नवोन्मेष कोष” की स्थापना की है | कृषक नवोन्मेष कोष से किसानों को एक दूसरे से कृषि तकनीकी सीखने में सहायता होगी | देश की सर्वोधिक कार्यरत खेती क्षेत्र को कृषि अनुसंधान केंद्र से विकसित तकनीकों और सहयोग मिल रहा है –
भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र क्या है?
भारत देश में कृषि से जुड़ी तमाम गतिविधियों, तकनीकों, वर्तमान, भविष्य के अनुसंधान प्रबंधन के लिए सर्वोच्च संस्थान है | यह रॉयल कमीशन की कृषि रिपोर्ट के आधार पर सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण एक्ट 1860 के तरह स्थापित था | भारतीय कृषि अनुसंधान का पूर्व नाम इंपीरियल काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च था तथा भारतीय कृषि अनुसंधान का लक्ष्य मात्स्यिकी बागवानी और पशु विज्ञान सहित कृषि क्षेत्र में मागदर्शन करना है |
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने भारत देश में हरित क्रांति लाने तथा उसके बाद कृषि में निरंतर विकास में अपने अनुसंधान और प्रौद्योगिक विकास से अग्रणी भूमिका निभाई है| देशभर में लगभग 97 भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थाने है |
भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र की स्थापना कब हुई ?
कृषि अनुसंधान की स्थापना 16 जुलाई 1929 को हुई थी और 1860 के तहत एक पंजीकृत सोसिटी के रूप में हुई |
भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र कहां स्थित है ?
कृषि अनुसंधान केंद्र नई दिल्ली में स्थित है, जो की वर्तमान समय में भारत की राजधानी है | यही से तकनीकों और सालाना कृषि क्षेत्र के विकास हेतु नवाचार किए जाते है |
ICAR का पूरा नाम ?
आईसीएआर का पूरा नाम या फिर आईसीएआर का फुलफॉर्म “इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च” (Indian Councile Of Agricultural Research) है |
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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के टॉप 10 कार्य ?
- कृषि से संबंधित प्रौघोगिकी हस्तांतरण कार्यक्रम तैयार करना है और राष्ट्रीय स्तर पर लागू करना है |
- कृषि वानिकी, मछली पालन, पशुपालन तथा कृषि से संबंधित क्षेत्रों को बढ़ावा देना है |
- फसल कटाई के बाद की प्रौघोगिकी और ग्रामीण विकास के व्यापक क्षेत्रों की समस्याओ पर विशेष ध्यान देना है |
- प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विभिन्न स्तर पर लागू करना है |
- कृषि क्षेत्र से जुडी समस्याओं के समाधान के लिए भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, वैज्ञानिक कार्यक्रम तैयार करना है |
- परिषद के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अन्य आवशयक कदम उठाना है |
- देश की कृषि के क्षेत्रों में किसानों को योजनाओ और आय वृद्धि, क्षमता सुधार हेतु आवश्यक जानकारी देना |
- किसानों को विदेशी और उन्नत तकनीकी को दिलाने एव प्रयोगिक हेतु जोड़ना है |
भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र की प्रमुख योजनाएं और लाभ ?
Krishi Anusandhan Kendra से किसानों को कई लाभ मिलते है, क्योंकि यहां किसानों को कृषि के क्षेत्रों में आई नई-नई तकनीकी की जानकारी मिलती है और अन्य कृषि कार्यों में भी किसान को जानकारी मिलती है| युवा किसान भी Krishi Anusandhan Kendra पर जाकर देश -विदेश की कृषि संबधित लाभ-सुविधा, ज्ञान आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते है |
भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र संपर्क सूत्र ?
यदि आप घर बैठे ही Krishi Anusandhan Kendra पर संपर्क, कृषि संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आपको हमारे दी गए टोल फ्री नंबर 1800-180-4002 या 1800-180-3111 पर कॉल करना है|
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट?
यदि आप कृषि अनुसंधान संस्थान की संपूर्ण जानकारी( नौकरी भर्ती, वार्षिक रिपोर्ट, आय-व्यय, लक्ष्य, योजना, शिकायत, सुविधाये ) प्राप्त करना चाहते है, तो आपको इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा https://www.icar.org.in/hi यहां आपको इसकी संपूर्ण जानकारी मिलेगी |
भारत में कितने कृषि अनुसंधान केंद्र है?
जानकारी के अनुसार, भारत में लगभग कुल 97 कृषि अनुसंधान केंद्र है, जो देश-विदेश की खाध्य व्यवस्था को मजबूती की और बढ़ा रहे है |
भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र पूसा, नई दिल्ली ?
पूसा संस्थान के नाम से लोकप्रिय भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान है, जो कृषि भवन, दिल्ली में स्थित है |
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