[ बेल वाले टमाटर की खेती कैसे करें 2024 ] देखें लता या बेल टमाटर की उन्नत फसल | Indeterminate Tomato Farming

Last Updated on February 5, 2024 by krishisahara

प्रगतिशील किसान टमाटर की सामान्य खेती से बढ़ रहे है, बेल वाले टमाटर की खेती की और, क्योंकि इसका उत्पादन और लाभ देखकर आप चोंक जाओगे | यदि आप बेल वाले टमाटर की खेती करते है, तो इससे आपको काफी अच्छा लाभ होगा | इस किस्म के टामटर की खेती को उन्नत तौर-तरीकों से करना होता है, जो बडा ही सरल है| इस किस्म के पौधे बेल वाले होते है तथा एक बेल में 20 से 25 किलो टामटर लगते है|

इस टमाटर वैरायटी सें पैदावार और बाजार भाव अच्छे मिलने के कारण, किसान इस टमाटर की बुवाई को अधिक पसंद कर रहे है|

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Contents

लता / बेल टमाटर किस्म क्या है ?

इस एक टमाटर की हाइब्रिड किस्म का बीज है, जो अपने बेहतर उपज उत्पादन और बहुगुणों के कारण पहचान में है | इस किस्म की खेती ज्यादातर रबी/ठंड के सीजन में की जाती है, इस किस्म की फसल कम समय में भी तैयार हो जाती है|

लता / बेल टमाटर बुआई के एक माह बाद इस किस्म के टमाटर में फूल आना शुरू हो जाते है, और फिर 25 दिनों के अंदर टमाटर पक जाता है| फूल आने बाद टामटर हरा रंग से लाल, गुलाबी रंग, पीले / नारंगी रंग में जो की कल्टीवेटर/तुड़ाई के ऊपर निर्भर होता है|

इस किस्म के टमाटर को पकने के लिए 20 डिग्री का तापमान होना चाहिए| यदि आपके क्षेत्र में अधिक ठंड या अधिक गर्मी, तो इस किस्म के टमाटर धीरे-धीरे पकते है|

बेल वाले टमाटर की खेती कैसे करें ?

  • सबसे पहले आपको अपने खेत की मिट्टी की नजदीकी लेबशाला से जांच करवा लेना है | आपके खेत की मिट्टी का पीएच मान 7 से 8 के मध्य होनी चाहिए|
  • इस किस्म के टमाटर की खेती करने के लिए आपको खाद पर विशेष ध्यान देना है|
  • इसके लिए आपको ऑर्गेनिक खाद का उपयोग करना है, आपको सड़ी गोबर का अपने खेत में डाल लेनी है, आपको ताजा गोबर नही डालना है|
  • खाद देने के बाद आपको 3 बार अच्छे से गहरी जुताई कर लेनी है| जिससे की खाद अच्छी तरह से मिट्टी में मिल जाए|
  • बेल वाले टामटर के बीज आपको बाजार से खरीद लेना है, और फिर बुआई बीजोपचार के बाद ही करना है|
  • इस किस्म के पौधे को 60*45 सेंटीमीटर की दूरी लेते हुए आपको इसकी बुआई करनी है|
  • बुआई के 10 से 15 दिनों के बाद आपको प्रत्येक पौधे के पास एक लकड़ी खड़ी कर देनी है|
  • इस लकड़ी के ऊपर आपको इसका बेल बांध देना है, जिससे की पौधे ऊपर की और गहरे हो जाए|
  • टमाटर की अच्छी पैदावार के लिए आपको समय-समय पर खाद, सिंचाई और खरपतवार पर ध्यान देना होगा|
  • सर्दी के मौसम में आपको इसकी सिंचाई 5 से 6 दिनों के अंतराल में कर लेनी है और गर्मी के समय आपको 2 से 3 दिनों के अंदर ही सिंचाई कर लेनी है|
बेल वाले टमाटर की खेती

Top 5 बेल वाले टमाटर की उन्नत किस्में ?

किसान भाइयों द्वारा बेल टमाटर की खेती में सर्वोधिक चयन की जानें वाली बीज वेरायटीया निम्न है –

अर्का रक्षक लता टमाटर सीड्स –

किसान भाईयो यदि आप अर्का रक्षक टामटर की खेती करते है, तो इसमें पत्ती लपेटा, बैक्टीरिया विल्ट और अर्ली ब्लाइट नामक बीमारियां नही होती है| इस टमाटर का आकार समतल गोल आकार का होता है, प्रति टामटर का औसत वजन 100 ग्राम होता है और इसकी औसत पैदावार 400 कुंटल से 500 कुंटल प्रति एकड़ होती है|

अर्का सम्राट बेल टमाटर वैरायटी –

इस बीज के फलों का आकार मध्य गोल होता है, 90 ग्राम के आस-पास प्रति टमाटर इसका वजन होता है| अर्का सम्राट टमाटर बीज का उत्पादन 450 से 550 कुंटल प्रति एकड़ तक लिया जा सकता है, तथा इस किस्म को तैयार होने में 140 दिनों का समय लगता है| पत्ती लपेटा, बैक्टीरिया विल्ट और अर्ली ब्लाइट जैसी बीमारियां के प्रति काफी सहनशील किस्म मानी गई है |

नामधारी 4266 –

लता टमाटर में नामधारी 4266 किस्म भी काफी अच्छी मानी गई है | यह किस्म अच्छी पैदावार और काफी उच्च सहनशील बीज के रूप में जानी जाती है| नामधारी 4266 किस्म की पैदावार की बात करें तो, 500 से 600 कुंटल प्रति एकड़ तक ली जा सकती है|

सेमनीज अभिलाश –

इस किस्म की खेती आप वसंत और शरद सीजन में भी कर सकते है| इसकी बुआई के 50 से 55 दिनों के बाद फूल आना शुरू हो जाता है और 20 से 25 दिनों में टामटर पूरी तरह से पक जाता है| यदि हम इसकी उत्पादन की बात करें तो, 400 कुंटल से 470 कुंटल तक लिया जा सकता है|

टमाटर बीज का चुनाव और बीजोंपचार –

टमाटर की अच्छी पैदावार के लिए आपको सबसे पहले अपने खेत को अच्छे से तैयार कर लेना है| इसके बाद आपको अपनी जलवायु के अनुसार बीज का चयन कर लेना है और बीजोपचार कर के ही आपको टामटर की बुआई करनी है| बीजोपचार करने से 100% पौधे उग जाएंगे और पौधे जल्दी से वृद्धि होते दिखाई देंगे| बीजोउपचार के लिए किसान भाई मैंकोजेब कीटनाशक से उपचारित कर सकते है |

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बेल वाले टमाटर की खेती

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खेत /मिट्टी की तैयारी –

  • आपको अपने खेत की मिट्टी को एक बार अच्छे से जांच कर लेनी है, आपकी मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के मध्य होना चाहिए|
  • टामटर के रोपाई करने से पहले आपको सबसे पहले खेत की जुताई अच्छे से कर लेनी है, खेत को खतपतवार रहित कर लेना है|
  • खेत की दूसरी जुताई के समय ऑर्गेनिक खाद डाल देना है, फिर अगली गहरी जुताई कर लेनी है|
  • अब अपको अपने खेत को समतल कर लेना है, जिससे आपको सिंचाई और बुआई में परेशानी नही होगी|

टमाटर बीज या पौध की बुवाई का तरीका –

  • टामटर के बीजों को सीधे खेत में बुआई नही करनी चाहिए|
  • सबसे पहले आपको टमाटर के पौधे नर्सरी में तैयार कर लेना है|
  • जब पौधे 1 माह के हो जाए तब आपको अपने खेत में लगा देना है|
  • नर्सरी प्लांट को खेत में लगने पर नमी का विशेष ध्यान रखें, पौध रोपाई के तुरंत बाद सिंचाई कर देनी चाहिए |

बेल वाले टमाटर की बंधाई कैसे करें ?

बुवाई और पौधों के सीध में एक सरल रेखा में आपको आवश्यकता अनुसार लकड़ी लगा दे और उन लकड़ी को एक रस्सी के बांध दे | आपको प्रत्येक टामटर के पौधे को हल्का उस रस्सी बांध देना है, इससे पौधा ऊपर की और बढ़ेगा | याद रखे टामटर के पौधे नीचे नही लटकने चाहिए, इस स्थति में रस्सी के दूसरी रस्सी से पौधों को सहारा देना चाहिए |

रोग कीट बचाव हेतु दवा छिड़काव –

यदि आपके टामटर की खेती में कीट / रोग लग गया है, तो आपको जल्द ही कीटो की रोकथाम करनी होगी | यदि आप समय रहते कीटो की रोकथाम नही कर पाते है, तो इससे आपकी पूरी टमाटर की फसल नष्ट हो सकती है| टमाटर फसल में कीट बचाव के लिए आपको 400 ml मेलाथियान 50 ईसी दवा को 250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ 15 दिनों के अंतराल में छिड़काव कर सकते है |

बेल वाले टमाटर फसल में सिंचाई किस प्रकार करनी चाहिए ?

यदि आप इसकी खेती सर्दी के मौसम में करते है, तो आपको 3 से 4 दिनों के अंतराल में सिंचाई कर देनी है | यदि आप इसकी खेती गर्मी के समय कर रहे है, तो आपको इसकी सिंचाई एक सप्ताह में 4 बार सिंचाई कर लेनी है|

बेल वाले टमाटर का प्रति एकड़ उत्पादन/पैदावार ?

पहली तुड़ाई में ही 5 से 7 कुंटल प्रति एकड़ इसकी पैदावार हो जाती है| और कुल फसल की पैदावार की बात करें तो 500 क्विंटल / एकड़ के आस-पास तक की उपज ली जा सकती है |

बेल वाले टमाटर की खेती

बेल वाले टमाटर की खेती से लाभ कमाई ?

  • बेल वाले टामटर की खेती करने से पत्ती लपेटा, बैक्टीरिया विल्ट और अर्ली ब्लाइट नामक बीमारियां नही होती है|
  • इस टामटर की मांग बाजार में अधिक है, इसकी वजह से इसका भाव भी काफी अधिक है|
  • इसकी खेती से आप कम लागत से 2 से 2.5 लाख रुपए प्रति एकड़ आसनी से कमा सकते है|

Bel Wale Tamatar की खेती में प्रमुख देखरेख और सावधानियाँ ?

  • खेत की तैयारी उन्नत तरीकों से करनी चाहिए |
  • गहरी जुताई के साथ जैविक खाद उर्वरकों का अधिक प्रयोग करना चाहिए |
  • उन्नत बीज किस्मों का चयन करना चाहिए |
  • खेत में बुवाई से एक महीने पहले टमाटर की नर्सरी तैयार कर लेनी चाहिए |
  • सिंचाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए |
  • प्रत्येक सप्ताह रोग-कीट ओर खरपतवार प्रबंधन करना चाहिए |
  • वैसे तो इस किस्म की खेती में रोग होने की समस्या बहुत कम होती है, परंतु रोग लगने पर आपको रोगथाम समय रहते ही कर लेनी है |
  • समय पर तुड़ाई कर लेनी चाहिए, जिससे उपज और आय में सुधार आ सके |

एक बेल में कितना किलो टमाटर ले सकते है?

किसान भाई इस किस्म की खेती यदि अच्छी देखरेख और उन्नत तरीकों से करते है, तो टमाटर की एक बेल में आपको 20 से 25 किलों टमाटर प्राप्त हो सकते है|

बेल वाले टमाटर को ऊपर की और कैसे चढ़ाते हैं?

इस वैरायटी में पौध को अच्छे से ऊपर की और चढ़ाना ही, अच्छी पैदावार का जरिया बनता है| इसके लिए खेत में टमाटर के पौधों के समांतर मजबूत लकड़ी के खंबे, और मजबूत लौहे की में रस्सी, बाद में पौधे से मुख्य रस्सी के सहारे पूरी फसल को चढ़ाते जाते है |

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