Last Updated on February 3, 2023 by krishi sahara
शहरों और फूलों की मांग वाले ग्रामीण क्षेत्रों के किसान हो रहे है, मालामाल आप भी करें – बिजली फूल की खेती 2023 | वर्तमान समय की बात करें, तो किसान भाई अधिक मुनाफेदार खेती को ओर जाना अधिक पसंद कर रहे है | बिजली के फूलों की खेती करना आसान है, क्योंकि लागत व मेहनत कम और नगद लाभ अधिक मिलता है| आइए जानते है, बिजली फूल की खेती कब और कैसें करनी चाहिए –
![[ बिजली फूल की खेती 2023 ] जानिए बिजली के फूल क्या होते हैं, खेती कैसें और कहाँ होती है, लाभ कमाई - Bijli Phool Ki Kheti 1 बिजली-फूल-की-खेती](https://www.krishisahara.com/wp-content/uploads/2022/11/%E0%A4%AC%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%B2%E0%A5%80-%E0%A4%AB%E0%A5%82%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A5%80.jpeg)
इस आर्टिकल में आपको बिजली फूल की खेती से संबधित सम्पूर्ण जानकारी देखने मिलेगी, जैसे की बिजली के फूल की खेती कब की जाती है ? बिजली फूल की खेती के लिए जलवायु मिट्टी ? इस खेती मे देखरेख और सावधानियाँ ? बिजली फूल की कीमत बाजार भाव ? बिजली के फूल क्या होते है –
बिजली के फूल क्या होते है ?
बिजली के फूल का वैज्ञानिक नाम एकमेला ओलेरासिया है | इस फूल को बर्रो डेल पेरा तथा दांतों के पौधे के नाम से भी जाना जाता है| बिजली के फूल की 20 से ज्यादा प्रजातियों पाई जाती है, जिसमें भारत में सफेद, लाल, पीला, नीला रंग के फूल सर्वोधिक प्रचलन/मांग में होते है | देश के नदी के तटों के आस-पास बसे क्षेत्रों में इस फूल की सर्वोधिक पैदावार ली जाती है | देश मे सबसे ज्यादा डिमांड वाले फूलों में गुलाब, गेंदा, बिजली फूल, मोगरा, चमेली, रजनीगंधा, कनेर, सदाबहार, गुड़हल आदि शमिल है |
बिजली फूल कैसे दिखते है ?
बिजली फूल काफी आकर्षित और गोल अधिक कलियों में फेला हुआ अतिसुंदर दिखाई देते है | इसकी सुंदरता के कारण इसकी मांग बाजार में अधिक है, इसका भाव भी सालभर अच्छा बना रहता है| इसका ज्यादा बिकने वाले फूल का रंग एकदम तेज सफेद होता है, और मध्य में हल्का सा पीला रंग मे होता है |
बिजली के फूल की खेती कब की जाती है ?
बिजली के फूल की खेती ज्यादातर ठंड के मौसम में की जाती है, भारत देश में बिजली के फूल की खेती बड़े शहरी क्षेत्रों के आस-पास ज्यादातर की जाती है| भारतीय किसान बिजली के फूल की बुआई अक्टूबर से नवंबर के मध्य करते है| यह एक ऐसा पौधा है, जिसे सूर्य के संपर्क में रहने की आवश्यकता होती है| आपके क्षेत्र में यदि तापमान ज्यादा है तो इससे पौधे को नुकसान पहुंच सकता है|
ऑफ सीजन मे बिजली फूल की खेती करने वाले किसान ग्रीनहाउस/पॉलीहाउस के सहारे भी करते है |
बिजली के फूल की खेती कैसें करें ?
- बिजली के फूल की खेती करने के लिए आपको सबसे पहले पुरानी फसल अवशेष को हटा लेना है |
- फिर आपको खेत जुताई से पहले मिट्टी की जांच करवा लेनी चाहिए |
- मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के मध्य में होना चाहिए|
- फूलों की खेती के लिए आपको अपने खेत में अधिक मात्रा में ऑर्गेनिक खाद डालनी चाहिए |
- तैयार खेत में क्यारी विधि से बिजली के फूल बीज की बुआई कर देनी है|
- इसके बाद आपको प्रत्येक सप्ताह सिंचाई, खाद-उर्वरक और निराई-गुड़ाई, खरपतवार प्रबंधन समय-समय पर विशेष ध्यान से रखना चाहिए |
बिजली फूल की खेती के लिए जलवायु मिट्टी ?
इसकी उन्नत खेती के लिए जीवाश्मयुक्त पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी की आवश्यकता होती है, जिसकी पूर्ति कमी के समय जैविक खाद से कर सकते है | नियमित सिंचाई के साथ मिट्टी जलधारण क्षमता रखती हो | इसकी खेती हमारे भारत देश में ठंडी जलवायु वाले क्षेत्रों में की जाती है|
बिजली के फूल की खेती करने क्या फायदे ?
- बिजली के फूल की खेती करने का सबसे बढ़ा फायदा, कम समय में फूल तैयार हो जाते है|
- अच्छे बाजार के नजदीक खेती से होने वाली कमाई की तुलना में लागत तथा मेहनत कम लगती है |
- इसकी फसल में कीट-रोग लगने की समस्या काफी कम होती है|
- भारतीय बाजार में इस फूल की मांग वर्षभर अच्छी होने के कारण, इसका भाव तेज रहता है|
इस खेती मे देखरेख और सावधानियाँ ?
किसी भी प्रकार की खेती हो, बिना अच्छी देखरेख और सावधानियों के अच्छी उपज लेना सभव नहीं है –
- अच्छे उपजाऊ खेत का चयन करें, बीज बुवाई से पहले 3 से 4 गहरी जुताई कराए |
- प्रत्येक सप्ताह सिंचाई करें, धूप के समय सिंचाई करने से बचे |
- बुवाई के 20 से 25 दिन बाद निराई-गुड़ाई, ओर हर दो सप्ताह के अंतराल में खरपतवार प्रबंधन करें |
- आमतौर पर इसकी खेती में रोग-कीट की समस्या नही रहती है, प्रभाव दिखने पर रासायनिक दवाइयों का छिड़काव कर सकते है|
- फूलों की तुड़ाई समय पर करें, देरी से या अधिक अंतराल से तुड़ाई पर पैदावार में कमी आ सकती है |
बिजली फूल की कीमत बाजार भाव ?
बाजार भाव की बात करें तो, सीजन/त्योहारिक उत्सव के अनुसार ऊपर-नीचे होता रहता है, परंतु इसका औसत भाव कम से कम 150 रुपए से 300 रुपए प्रति किलो के बीच भावों में देखा जाता है|
बिजली फूल की खेती कमाई ?
इन अच्छी डिमांड वाले फूलों की उन्नत खेती करते है, तो 3 से 4 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर तक की कमाई हो सकती है | वैसे- खेती से कमाई कई कारकों /परिस्थतियों पर निर्भर रहती है |
ज्यादातर बिजली फूलों की खेती कहां की जाती है?
विदेशों में बात करें तो, ब्राजील, पेरू, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया | भारत में इसकी खेती की ज्यादातर उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, श्रीनगर, बिहार, झारखंड, राजस्थान आदि प्रदेशों में की जाती है|
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