Last Updated on April 16, 2023 by krishi sahara
पुदीना एक सुगंधित औश्धिय पौधा है, जो एक जागरूक एव प्रगतिशील किसान द्वारा मुनाफेदार फसल के रूप में उगाई जा सकती है| यह फसल अपनी गुणकारी एव मनमोहक सुगंध के लिए जानी जाती है| पुदीने को मुख्य रूप से गर्म और उष्ण जलवायु वाले क्षेत्रों में उगाना उत्तम माना गया है | पुदीना के पत्तो, रस, सुगंध-इत्र, तहनियों, को तरल पदार्थों, मसालों, चटनी और औषधि रूप में भी उपयोग में लिया जाता है| आइये जानते है, पुदीना की खेती कैसे करें, इससे जुडी सम्पूर्ण जानकारी –
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सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के लिए पुदीने की खेती एक लाभदायक व्यवसाय हो सकती है| यह एक छोटी फसल होती है, जो जल्दी उग जाती है और उसे आसानी से उगाया जा सकता है| इसके अलावा, पुदीने की खेती करने में बहुत कम लागत होती है, और इसे घरेलू रूप से भी उगाया जा सकता है |
आज के समय पुदीना की खेती लाभदायक ?
हाँ, जागरूक किसानों के लिए आज के समय में पुदीना की खेती लाभदायक हो रही है| पुदीना एक सुगंधित औषधीय पौधा है, जो उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक उत्पादन के लिए उपयुक्त होता है | इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों, चाय और औषधीय उपयोगों में किया जाता है |
पुदीना की खेती के लिए अच्छी तरह से तैयार किए गए मिट्टी और उचित जल आपूर्ति आवश्यक होती है| यह फसल सिंचाई नियमित व्यवस्था के सहारे जल्दी फलती-फूलती है |
गर्मियों में पुदीना की खेती कैसे करें ?
गर्मियों में पुदीना की खेती करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें : –
मिट्टी की तैयारी : – पुदीना की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी का चयन करें, जो अच्छी जलधारण क्षमता वाली होनी चाहिए | खेत की फसल बोने से 1 महिना पहले अच्छी 2 से 3 गहरी जुताई कराकर समतल करा लेनी चाहिए | पहली जुताई के समय जैविक खाद की अच्छी मात्रा खेत में डाल देना चाहिए | काली, लाल, दोमट, चिकनी मृदा इसके लिए अच्छी मानी जाती है |
बीज का चयन : – गर्मियों में आमतौर पर पुदीना की खेती के लिए बीज को बुआई के माध्यम से उगाया जाता है| सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च के महीने के बीच होता है| कई किसान भाई पुदीने की पुरानी जड़ों या कलमों से बुवाई करते है, जो तरीका भी अच्छा माना जाता है |
समय-समय पर पानी दें : – पुदीना उष्णकटिबंधीय पौधा है, जो अधिक जल की आवश्यकता होती है| पौधों को नियमित अंतरालों पर पानी दें, लेकिन मिट्टी को पानी का भराव ना होने दे |
खाद का उपयोग : – पुदीना की उन्नत खेती के लिए बुवाई के समय पकी हुई गोबर खाद, कम्पोस्ट खाद, पोल्ट्री फार्म की खाद, जिप्सम, आदि खादों से मिटटी में कार्बनिक तत्वों की मात्रा बढ़ाना चाहिए | अच्छी पोषक तत्वों वाली मिटटी में अधिक समय तक एव अधिक कट वाली पुदीना फसल तैयार कर सकते है |
पुदीना की खेती का समय –
सर्दियों में पुदीना की खेती : – सर्दियों में पुदीना की खेती की शुरुआत नवंबर या दिसंबर के महीने में की जाती है| इस समय जमीन ठंडी होती है, जो पुदीने के लिए उपयुक्त होती है|
गर्मियों में पुदीना की खेती : – गर्मियों में पुदीना की खेती के लिए बीज को फरवरी से मार्च के महीने के बीच बुआई करना चाहिए| इस समय भी मौसम ठंडा रहता है और पुदीने को धूप का भी अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है|
मानसून में पुदीना की खेती : – शुरूआती मानसून के दौरान पुदीना की खेती करने से बचना चाहिए क्योंकि अधिक वर्षा के कारण पानी भरा हुआ भूमि पुदीने के लिए अनुकूल नहीं होती है| ज्यादातर अच्छी जल निकास वाली भूमियों में बरसात मौसम में पुदीने की खेती की जाती है |
इन समयों के अलावा भी आप पुदीना की खेती कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि पुदीने की उचित विकास, बढ़वार और उत्पादकता के लिए सही मौसम अति महत्वपूर्ण होता है|
पुदीना की खेती के लिए जलवायु –
पुदीना की खेती के लिए शुष्क और ठंडा जलवायु उपयुक्त होता है| पुदीना उष्णकटिबंधीय पौधा है, जो ठंडे और शुष्क मौसम को अधिक पसंद करता है| पुदीना ज्यादातर 15-25 डिग्री सेल्सियस के तापमान वाले क्षेत्रों में अच्छी तरह से विकसित होता है| इसके अलावा, पुदीना को उचित धूप भी प्रदान की जानी चाहिए, लेकिन धूप का अधिक प्रभाव नहीं होना चाहिए|
पुदीना का बीज कहां मिलता है ?
पुदीने के बीज खाद-बीज विक्रेताओं, कृषि सेवा दुकानों, ऑनलाइन खरीदारी वेबसाइट और कृषि विभाग के स्थानीय कार्यालयों आदि से आसानी से उपलब्ध होते हैं| आपके निकट स्थित सब्जी मंडियों और कृषि बाजारों में भी पुदीने के बीज उपलब्ध होते हैं| जब आप बीज खरीदते हैं, तो सुनिश्चित करें, कि वे स्वस्थ और उचित गुणवत्ता वाले, ज्यादा पुराना ना हों|
क्या पुदीने को कलमों से उगाना अच्छा है?
हाँ, पुदीने को कलमों से उगाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है| पुदीना एक ऐसा पौधा है, जो बहुत तेजी से फैलता है और इसे कलमों से उगाना एक सुविधाजनक विकल्प हो सकता है|
कलमों से पुदीना उगाने के लिए, पुदीने की टहनियों की पानी और मिटटी के सहारे बर्तन या गमले में मिलाकर रखे | जब 4 से 5 दिन में पौधे के बाएं और दाएं तरफ से नए पत्ते निकलने लगें तो, उसे खेत या बुवाई वाली जगह में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं|
![[ गर्मियों में पुदीना की खेती कैसे करें 2023 ] जानिए बुवाई समय महिना, पुदीना का बीज, कलम - How To Do Mint Farming 2 पुदीने-की-खेती-कब-और-कैसे](http://krishisahara.com/wp-content/uploads/2023/04/%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A4%AC-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%88%E0%A4%B8%E0%A5%87.jpeg)
पुदीना की सिंचाई कब और कैसे की जाती है ?
पुदीने की सिंचाई का तरीका इस पर निर्भर करता है, कि आप किस प्रकार की पैदावार लेना चाहते हैं और आपके खेत में कैसी मिट्टी है| आमतौर पर पुदीने को नियमित अंतराल पर सिंचाई की जानी चाहिए| यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं : –
सिंचाई का समय : – पुदीने की सिंचाई सुबह या शाम के समय की जानी चाहिए| आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि पुदीने के रूप में पानी की आवश्यकता है या नहीं| अधिक मात्रा में पानी पुदीने के पौधे को नुकसान पहुंचा सकता है|
सिंचाई की विधि : – पुदीने को सिंचाई के लिए स्पिक्लर/छिडकाव सिंचाई विधि अनुसार आसानी से सिंचाई की जा सकती है| इसमें पानी की बोछार कम होती है और धीमी होती है, जिससे पुदीने के जड़ों तक पानी की आसान पहुंच होती है|
सिंचाई की मात्रा : – पुदीने को सिंचाई के दौरान सही मात्रा में पानी देना बहुत जरुरी होता है | पुदीना की जड़ों में नियमित नमी का होना आवश्यक है, अधिक जलभराव या अधिक अन्तराल से कम-ज्यादा सिंचाई नुकसान का कारण बन सकती है |
पुदीना फसल की देखभाल कैसे करें?
पुदीने की फसल देखभाल करना आसान होता है। नीचे दिए गए तरीकों/उपायों से आप पुदीना फसल की देखभाल कर सकते हैं : –
- फसल बुवाई से पहले खेत/भूमि की अच्छी तैयारी |
- अच्छी मात्रा में जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए, जिससे फसल लम्बे समय तक तरो-ताज़ा रह सके |
- पुदीने को नियमित अंतराल पर सिंचाई का विशेष ध्यान रखें |
- पुदीने की फसल को खरपतवार से बचाने के लिए, नियमित देखरेख एव निवारण करते रहे |
- फसल की समय पर कटाई करते रहे जिससे फसल अच्छी पैदावार क्षमता से बढती रहे |
- किसान भाई इस फसल में रासायनिक खाद का उपयोग कम से कम करें |
पुदीना फसल की डिमांड और उपयोग कहाँ-कहाँ किया जाता है ?
पुदीना एक बहुत ही लोकप्रिय औषधीय पौधा है जो विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। कुछ प्रमुख उपयोगों में शामिल हैं : –
- खाद्य व्यंजनों के स्वाद बढ़ाने के लिए एव खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किया जाता है|
- पुदीना में आयुर्वेदिक और आरोग्य प्रदान करने वाले तत्व पाए जाते है | इसे ताजा या सूखे पत्तों के रूप में उपयोग किया जाता है जो कई बीमारियों में लाभकारी हो सकते हैं|
- पुदीना का तेल एक प्रमुख घटक है, जो कॉस्मेटिक उत्पादों में उपयोग किया जाता है| इसके अलावा, पुदीने के उत्पादों को भी बाजार में बेचा जाता है, जैसे कि पुदीना का तेल, शैम्पू, साबुन, टूथपेस्ट आदि|
पुदीने की खेती से होगी अच्छी कमाई ?
हाँ, अच्छे बाजार, अच्छी मेहनत-लग्न के सहारे पर पुदीने की खेती से अच्छी कमाई हो सकती है| पुदीने की मांग बाजार में सालभर रहती है, जैसे कि चाय और पानी में खुशबू डालने के उद्देश्य से इस्तेमाल किया जाता है| इसके अलावा, पुदीना विभिन्न पकवानों और नमकीन चीजों में भी उपयोग किया जाता है|
बाजारों में, पुदीने की कीमत 500 से 1000 रुपये प्रति किलोग्राम में होती है और उत्पादक क्षेत्र, मौसम और मार्केटिंग के आधार पर इसकी कीमत अलग-अलग होती है| अधिकतर मामलों में, पुदीने की खेती से अच्छी लाभ कमाया जा सकता है, यह उत्पादक क्षेत्र, बाजार मूल्य और बीज की लागत जैसे कई प्रतिबंधक तत्वों पर निर्भर करता है|
पुदीना कौन से महीने में बोया जाता है?
पुदीना की बुआई का समय मौसम और क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकता है| उपयुक्त मौसम के लिए ठण्ड/सर्दियों के जाने वाले महीनों में पुदीने की बुआई की जाती है| अधिकतर क्षेत्रों में, पुदीने की बुआई फरवरी से मार्च महीने के बीच की जाती है|
क्या पुदीने को बीज/सीड्स से उगाया जा सकता है ?
हां, पुदीने को बीजों से उगाया जा सकता है| पुदीने के बीजों से बुवाई के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों की खोज करें| फिर उन्हें धुले हुए पानी में एक घंटे तक भिगो दें| बीज जमीन पर उगाने से पहले, जमीन की अच्छी तैयारी करें | छिड़का विधि या रोपा विधि से बुवाई कर सकते है, उगाने के बाद, पौधों को नियमित रूप से सिंचाई और खाद की आवश्यकता होती है।
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