Last Updated on January 30, 2024 by krishisahara
देश का प्रगतिशील किसान निम्बू की उन्नत किस्मों की खेती कर, अच्छी आय का जरिया बना रहे है | बाजार में बढ़ती डिमांड एव सालभर ऊचे भावों से कमा सकते है, लाखों की आमदनी | आजकल कागजी निम्बू की बागवानी खेती करना बहुत ही आसान एव फायदेमंद साबित हो रही है | आइये जानते है, कागजी नींबू की खेती कैसे करे –
कागजी नींबू क्या है ?
कागजी नींबू, जिसे अंग्रेजी में “Paper Lemon” भी कहा जाता है | यह एक वैरायटी का नींबू सामान्य निम्बू के पौधे एव फल के जैसा ही होता है, लेकिन उपज पैदावार और बाजार में मांग में अपना विशेष स्थान रखता है | कागजी नींबू में रस की मात्रा 50 से 55%तक एव औषधीय गुणों की भरपूर मात्रा पाई जाती है | इसमें विटामिन सी, ए, बी1, बी2, और बी3, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस, फोलिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते है |
कागजी नींबू की पहचान ?
कागजी नींबू की पहचान निम्नलिखित विशेषताओं से की जा सकती है –
- कागजी नींबू का फल छोटा होता है और अन्य नींबू की तुलना में थोड़ा सा पतला होता है | इसका फल हरे रंग का होता है और यह पकते समय पीला रंग धारण करता है |
- कागजी नींबू के पत्ते एकार्बनिक, लम्बे और अच्छी तरह से विकसित होते हैं | ये छोटे, पतले और गहरे हरे रंग के होते हैं और पत्तियों के ढक्कन की तरह उपरी और निचली पृष्ठों के साथ जुड़े होते हैं |
- कागजी नींबू के रस की मात्रा 50% से अधिक लबालब पाई जाती है |
- फल की खाल पतली होती है और उसकी सतह हल्की गाढ़ी होती है | इसकी खाल चमकीली और सुंदर होती है |
- कागजी नींबू के बीज छोटे होते हैं और गहरे भूरे रंग के होते हैं | इन बीजों को बहुत कम मात्रा में पाए जाते हैं |
कागजी नींबू की खेती के लाभ ?
इस वैरायटी में निम्बू रस की अधिक मात्रा पाई जाती है | बाजार में यह अच्छी डिमांड में बना रहता है, जिससे उचित मूल्य प्राप्त किया जा सकता है | किसान इसे बागवानी स्तर पर लगाकर साल में दो बार निम्बू फसल की तुडाई कर सकते है |
गर्मी के सीजन में भी इसके पौधे निम्बू फसल देते है, जो एक अच्छी कमाई का समय माना जाता है |
कागजी नींबू का रस विटामिन सी का अच्छा स्रोत होता है| इसमें अन्य पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, बी1, बी2, बी3, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, और मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं| यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत होता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में मदद करता है|
कागजी नींबू का ग्राफ्टेड पौधा बहुत तेज गति से ग्रोथ एव अच्छा उत्पादन देता है |
कागजी नींबू का पौधा Price ?
कागजी नींबू के पौधे की कीमत विभिन्न क्षेत्रों, विक्रेताओं और प्रजातियों के आधार पर भिन्न होती है| इसके अलावा, बाजार की मांग, पौधों की वृद्धि की अवधि, विपणन की रणनीति, पौधों की गुणवत्ता और पौधों के आकार जैसे कई तत्वों पर इसका प्रभाव पड़ता है|
सामान्यतः, नर्सरी में तैयार कागजी नींबू के पौधों की कीमत 50 से लेकर 200 रुपये तक हो सकती है| अधिक जानकारी – आपके निकटतम कृषि उपज बाजार, कृषि नर्सरी या ऑनलाइन कृषि पोर्टल पर पौधे की मूल्य और उपलब्धता की जांच कर सकते हैं|
बारहमासी कागजी नींबू की खेती कैसे करें ?
बारहमासी कागजी नींबू की खेती के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें –
बागवानी स्तर पर निम्बू की खेती – पौधों की खेती को उन्नत तकनीक तरीकों से शुरू करना चाहिए | कागजी नींबू के पौधों के बीच उचित दूरी पर रोपण करना चाहिए |
सिंचाई प्रबंधन – समय-समय पर सही सिंचाई पानी प्रबंधन करें| नींबू के पौधों को नियमित रूप से सिंचाई करें और सिंचाई के साथ पोषण देना चाहिए | उन्नत तरीकों में बूंद-बूंद सिंचाई की जा सकती है या ट्रिकल सिंचाई तकनीक का उपयोग किया जा सकता है |
हाइब्रिड कागजी नींबू के पौधे कहाँ मिलेंगे ?
हाइब्रिड कागजी नींबू के पौधे को आप विभिन्न सरकारी कृषि नर्सरियों, कृषि उपज बाजारों और ऑनलाइन कृषि पोर्टलों से प्राप्त कर सकते हैं | पौधे की क्वालिटी नस्ल, जांचें और उनसे हाइब्रिड कागजी नींबू के पौधों की उपलब्धता की जांच करें |
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खेत एव मिटटी की तैयारी ?
खेती की उपयुक्त जमीन का चयन – कागजी नींबू के लिए एक उचित जमीन का चयन करें जो अच्छी जलधारण करने की क्षमता और उपजाऊ मिट्टी की उपयुक्तता रखती हो | बाग रोपाई से 2 महीने पहले खेत की अच्छी जुताई एव 10 *12 या 10 *15 की दुरी में पक्तियां बना लेनी चाहिए | इन पंक्तियों पर 10-10 या 15-15 फिट के अन्तराल में 2*3 चोड़ाई, गहराई में गड्डे तैयार कर लेने चाहिए |
कागजी नींबू का पौधा कैसे लगाएं?
कागजी नींबू के पौधे को लगाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें –
पौधे की तैयारी – कागजी नींबू के पौधे की तैयारी के लिए एक उचित नर्सरी से स्वस्थ पौधे खरीदें या अपने बागीचे से बीज प्राप्त करें|
मिटटी की तैयारी – गड्डे की मिटटी में 2 किलोग्राम जिप्सम, 1 किलोग्राम SSP खाद, 5 से 10 किलोग्राम गोबर या कम्पोस्ट खाद डालकर मिटटी में मिलाकर, गड्डे भर देने चाहिए |
पौधे की रोपाई – तैयार गड्डे के स्थान पर पहले अच्छी सिंचाई करें, पौधे को मिटटी की उपरी सतह स्तर तक पौधे की रोपाई करें, रोपाई के तुरंत बाद एक अच्छी सिंचाई कर देनी चाहिए |
पौधे को सहारा देना – पौधों को उचित सहारा दें ताकि वे तेजी से उचाई प्राप्त कर सकें|
कागजी नींबू के बाग़ की सिंचाई कैसे करें ?
यह एक बागवानी पौधा है, जो सिंचाई एव पौधे की देखरेख के अनुसार पैदावार देता है | कागजी निम्बू के पौधों को नियमित रूप से सिंचाई देंना है | यहां आपको ध्यान देना चाहिए कि उचित सिंचाई का अभाव पौधों के संक्रमण, पत्तियों की झुलसाव, और उपज कमी के कारण हो सकता है|
पौधों की सिंचाई सुबह या शाम के समय सिंचाई करनी चाहिए | सिंचाई पद्धति में ड्रिप सिंचाई सबसे उत्तम तरीका अच्छा माना गया है | ग्रीष्मकालीन दिनों में सप्ताह में 3 से 4 सिंचाई एव सर्दी या बरसात में सप्ताह में 2 या तीन सिंचाई काफी है |
उपयुक्त खाद पोषण के लिए नींबू के पौधों को नियमित रूप से खाद पोषण देना चाहिए | कागजी नींबू की उचित खाद प्रदान करने के लिए जैविक खाद, ट्राइकोडर्मा, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश, आदि युक्त खादों का का उपयोग करें|
कागजी नींबू के पौधे में होने वाले रोग-किट ?
कागजी नींबू के पौधों में कई प्रकार के रोग हो सकते हैं, जो कागजी नींबू पौधों से उपज, उत्पादन एव पौधे को प्रभावित कर सकते है –
- लीफ माइनर – इसमें पत्तियों पर छोटे-छोटे नकाशीदार गहरे रंग के धब्बे दिखाई देते हैं, इससे पौधे की ग्रोथ रूकती है |
- कागजी नींबू फ्रूट ड्रॉप रोग, इसमें फल जल्दी गिर जाते हैं और उनमें रस कम भरता, फलों में सूखापन दिखाई देता है |
- नींबू में एंथ्रेकनोज़ इसमें पत्तियों पर भूरे रंग के गहरे धब्बे और गांठें बनती हैं, फूल एव फलों में काफी कमी देखने को मिलती है |
- कागजी पौधे में फुटरी पाइथियम, इसमें पौधे की जड़ों में रोगाणुओं की गांठें और गाढ़े धब्बे होते हैं|
यदि आपके पौधों में किसी रोग के संकेत दिखाई दे रहे हैं, तो यह उपयुक्त होगा कि आप स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से संपर्क करें, रोगग्रस्त पौधों का प्रबंधन करना चाहिए |
कागजी नींबू का पौधा कितने दिन में फल देता है?
कागजी नींबू पौधे के फलों की पकाई की अवधि पौधे की प्रकृति, कटाई और वातावरण के आधार पर भिन्न हो सकती है| आमतौर पर, आजकल ग्राफ्टेड कागजी नींबू के पौधे अगले एक साल में ही फूल-फल देने लग जाता है | बागवानी खेती के लिए शुरूआती एक साल तक फल लेना सही नही माना गया, पौध लगाने के दुसरे साल तक पौधे को मजबूत बनावट में लाना चाहिए | 5 साल पुराना निम्बू का पौधा पूर्ण फल देने के लिए सक्षम माना जाता है |
बारहमासी कागजी नींबू की खेती से कमाई ?
इस वैरायटी की उच्च उत्पादकता होती है, इसलिए इसके पौधों से अच्छी कमाई की जा सकती है | समान्यत कमाई निम्बुओं की बाजार में मांग, अच्छे बाजार, घरेलू उद्धोग, बागों की पैदावार क्षमता, एव पौधों का विकास, खर्च आदि पर निर्भर करता है | बारहमासी कागजी नींबू की खेती से औसतन एक एकड़ से 2 से 4 लाख तक की सालाना कमाई कर सकते है |
कागजी नींबू का मंडी रेट ?
कागजी नींबू का मंडी रेट भारत के विभिन्न भागों में और बाजार की मांग-प्रावृत्ति के आधार पर बदलता रहता है| इसलिए, यह मंडी के स्थान, समय, उत्पाद की गुणवत्ता, पैकिंग, आपूर्ति आदि पर निर्भर करेगा|
वर्तमान में कागजी नींबू के मंडी रेट 2000 रूपये/क्विंटल से लेकर अधिकतम 7000 रूपये प्रति क्विंटल के भावों में बिक रहा है |
कागजी नींबू कितने प्रकार के होते हैं?
कागजी नींबू विभिन्न प्रकार के होते हैं। यहां कुछ प्रमुख कागजी नींबू के प्रकार हैं : –
लाइम (सादा) नींबू – यह सबसे सामान्य प्रकार का कागजी नींबू है, जिसका रंग हल्का हरा या सफेद होता है| इसका उपयोग खाद्य, शर्बत, नींबू पानी, नींबू चटनी, आदि में किया जाता है |
मोसंबी (ग्रीन) नींबू – यह नींबू हरे रंग का होता है और अपने टेस्टी रस के लिए प्रसिद्ध है| इसका उपयोग खाद्य, शर्बत, नींबू पानी, नींबू चटनी, आदि में किया जाता है |
कगजी नींबू (चाइनीज़ नींबू) – इस प्रकार का नींबू आंचल वाला होता है और इसकी रंगत पीली होती है| यह खट्टा और मीठा रस देता है और उसे खाद्य और शरबत के लिए उपयोग किया जाता है |
कागजी नींबू बारहमासी (मेयर लेमन) -यह विशेष बारहमासी नींबू प्रकार है जिसका फल बारह महीने तक पकाया जा सकता है | इसका उपयोग खाद्य, शर्बत, नींबू पानी, नींबू चटनी आदि में किया जाता है |
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