जैविक खाद | Zero cost Farming | organic Farming tips | Zero budget farming | jaivik kitnashk | Natural Farming
आज के समय में खेती-बाड़ी इतनी प्रदूषित हो गई है कि किसान की लागत ज्यादा और उत्पादन कम होता जा रहा है | किसान धीरे-धीरे परेशानियों की ओर घिरता जा रहा है इसका मुख्य कारण है कि किसान ने बहुत ही अधिक मात्रा में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कर लिया है | हानिकारक रसायनों का प्रयोग कर खेतों को बीमार कर दिया है –
किसानों और खेती की इस् समस्या का इलाज अब केवल जैविक खाद खेती का उपयोग से ही संभव है जो काफी सस्ता और भरोसेमंद है | जैविक खेती की और सरकार भी अब किसानों को सुविधाएं मुहैया करा रही है |

भारत में जैविक खेती को अपनाने की और किसानों का ध्यान अब आकर्षित हो रहा है | लगभग पिछले 5 सालों से किसान जैविक खेती की ओर ज्यादा आकर्षित हुए हैं और पयोग कर फायदा ले रहे हैं |
जैविक खाद की परिभाषा Kya hai jaivik kheti –
प्रकृति और पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए प्रकृति के सभी जीवो और तत्वों की भूमिका से खेती करना ही जैविक खेती खाद कहलाती है |
रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग न कर के खेत में गोबर की खाद, कंपोस्ट, जीवाणु खाद, फसल-अवशेष, फसल चक्र, और प्रकृति में उपयुक्त पुनःचक्रण द्वारा पौधों के पोषक तत्व दिए जाते हैं ऑर्गैनिक खाद कहलाती हैं |
जैविक खाद के नाम और प्रकार Organic Farming tips-
- हरी खाद (नीमाशास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्निपुत्र, दशपर्णी-अर्क, वनस्पति जैव)
- पशुओं का गोबर व फसल अवशेषों से तैयार कंपोस्ट
- केंचुआ खाद (वर्मी कंपोस्ट)
- फसल अवशेष
- लकड़ी गोबर इत्यादि की राख
- फसल चक्र
- मुर्गी पालन जनित खाद
- जैविक कीटनाशक(Bio Fertilizers) जैसे ट्राइकोडरमा इत्यादि
- एजोटोबेक्टर एजोस्पिरिलम, नील हरित शैवाल, एसीटोबेक्टर, फास्फोरस सॉल्युबलाइजर आदि |
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जैविक कीटनाशक के प्रमुख लाभ Benefits of organic Farming ?
- फसलों की उपज और गुणवत्ता में वृद्धि होती है, कम लागत अधिक मुनाफा, ज्यादा बाजार मूल्य |
- मिट्टी के कटाव के रोकथाम तथा जल धारण क्षमता में वृद्धि कर दी हैं और भूमि मृदा में सुधार बनाए रखती हैं |
- जैविक खेती टिकाऊ और लोंग टाइम खेती है, जिसका मुख्य उद्देश्य बिना मानव नुकसान तथा मृदा स्वास्थ्य को बिना हानि पहुंचाए हुए काम करती है |
- इसके पीछे पानी की खपत में कमी आती है तथा पानी की बचत होती है जिससे भविष्य में खेती के लिए जल संरक्षण बना रहता है |
- प्रकृति की भूमि हवा प्रदूषण पर रोक लगेगी किसानों की रासायनिक खाद के प्रति निर्भरता कम होगी
- देश में पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा |
- मानव स्वास्थ्य हेतु सुरक्षित है प्रदूषण नियंत्रण एवं गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ का उत्पादन होता है |
- पर्यावरण के लिए सुरक्षित खाद है लाभदायक जीवाणु संख्या व जैव विविधता में वृद्धि करती है |
- जैविक खाद का मुख्य लाभ है कि पौधे को तो लाभ मिलता ही है साथ-साथ भूमि को भी लाभ मिलता है मिट्टी के साथ किसी भी प्रकार की कोई क्रिया नहीं करता है |
- पर्यावरण प्रदूषण तथा मानव जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी और लाभदायक है |
- एक स्वस्थ भूमि के अंदर 17 प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जो जैविक खाद इन तत्वों का संतुलन बनाए रखती है |
- इस खाद के उपयोग से किसान की खेती पर मौसम तथा पर्यावरण का भी दुष्प्रभाव कम पड़ता है |
- जैविक खेती से किसान की भूमि में निरंतर रोगप्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि होती रहती है जो किसान की आर्थिक मदद में सहायक होती है |

जैविक खाद के मुख्य घटक
प्रकृति में मौजूद किट-जीवाणु, जैविक कीटनाशक,गोबर की खाद गोबर गोमूत्र गोबर गैस सैलरी इत्यादि |
जैविक खाद का प्राइस सामान्य बाजार में-
सामान्यतः बाजार में जैविक खाद के लिए बहुत सारी कंपनियां आगे आई हुई है या जैविक खाद बनाती है | ये कम्पनीया बेग के माध्यम से खाद को पैकिंग कर बाजार में उपलब्ध कराती है | यह खाद आपको खाद-बीज की दुकान पर आसानी से मिल जाता है | इस खाद के मुख्यतः 25 KG 50 KG के बैग के रूप में ले सकते हैं |
बात करें जैविक खाद के कीमत की तो सामान्यत है 50 kg के 500 से लेकर ₹500 प्रति बैग होता है और इसी प्रकार 25 kg की बात करें तो 200 से लेकर 250 रुपये के बीच मिल जाता है |
जैविक खाद का उपयोग कैसे करें खेती में Jaivik khad kese dale khet me
- जैविक कीटनाशक को खेत में डालने के लिए अलग-अलग तरीके है खाद को खेत में डालने के लिए यह निर्भर करता है कि जैविक खाद द्रव अवस्था में है या सूखा खाद |
- यदि किसान बाजार से जैविक खाद लाता है तो 1 एकड़ में 4 से 6 बैग प्रति एकड़ के हिसाब से डालें | वैसे बाजार से लाई हुई जैविक खाद की उपयोग के के लिए निर्देश उसमें दिए होते हैं |
- और यदि किसान जैविक कीटनाशक द्रव रूप में बनाता है तो उसे व सिंचाई के समय पानी के साथ भी छोड़ सकता है | जुताई से पहले खेत में डिब्बों के माध्यम से भी डाल सकता है |
- यदि किसान के पास स्प्रे मशीन है तो छिड़काव के द्वारा भी द्रव्य जैविक कीटनाशक का छिड़काव कर सकता है इसके लिए स्प्रे मशीन का आगे का नोजल निकाल दे |
- किसान जैविक खाद घर पर बनाकर काम में लेना चाहता है तो 1 एकड़ में 4 से 6 बैग प्रति एकड़ के हिसाब से डाल सकते हैं |

जैविक खेती अपडेट
भारत सरकार ने जैविक खेती और मिट्टी के स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाने के लिए भारत सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना की शुरुआत की है | इस योजना के तहत किसानों को पारंपरिक कृषि के तरीके अपनाने और रासायनिक उर्वरकों को की निर्भरता को समाप्त करने की ओर बल दिया जाता है | पूरी तरह से जैविक खाद को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया |
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