Last Updated on April 30, 2023 by krishi sahara
सब्जी की खेती कैसे करें | sabjiyon ki kheti | सब्जियों की अगेती खेती | माहवार सब्जी की खेती –
आज का किसान sabjiyon ki kheti करना पसंद करता है क्योंकि सब्जी की खेती में कम लागत, कम समय में अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है| बढती जनसँख्या और शहरों के कारण भी सब्जियों की मांग में तेजी पूरे साल रहती है प्रगतिशील किसान सब्जी की खेती करके अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते है |
![[ सब्जी की खेती कैसे करें 2023 ] यहाँ जानिए लाभ और कमाई - Sabjiyon Ki Kheti 1 सब्जी-की-खेती | सब्जी की खेती कैसे करें | सब्जी की खेती | सब्जी की खेती की जानकारी | sabjiyon ki kheti | सब्जियों की अगेती खेती | माहवार सब्जी की खेती | बरसात में सब्जी की खेतीं | गर्मी की सब्जी की खेती](https://krishisahara.com/wp-content/uploads/2021/04/WhatsApp-Image-2021-04-14-at-22_opt.jpg)
सरकार भी किसानों को खेती मे मुनाफा और बाजार की मांग की पूर्ति के लिए कृषि क्षेत्र मे अनेकों प्रकार की योजनाए सुविधाये रही है |
आज हम आपको सब्जी की खेती की जानकारी में तो बताएँगे ही बताएँगे साथ ही हम आपको सब्जियों की अगेती खेती/पछेती खेती, माहवार सब्जी की खेती आदि के बारे मे बताएँगे –
सब्जी की खेती की जानकारी –
आज के समय sabjiyon ki kheti आधुनिक तकनीकों, खाद बीजों, अनुकूल सिंचाई, बाजार मांग, उन्नत खेती की जानकारी के बिना अच्छा लाभ नहीं कमाया जा सकता है| सब्जी की व्यापारीक खेती कर किसान नगद भाव और अच्छी पैदावार के साथ अच्छी आय भी ले सकता है |
देश मे अनेक जागरूक किसान भाई माहवार सब्जी फसलों की खेती कर मंडियों और लोकल बाजार में बेचकर मुनाफा कमा रहे है |
सब्जी की खेती कब करें ?
कृषि क्षेत्र आज इतनी उन्नति कर चुका है की बेमौसम सब्जी की खेती करना संभव कर दिया आपको बता दे की भारत में अनेक प्रकार की सब्जियां उगाई जाती है तथा इन्हें उगाने और इनके रोपण का समय भी अलग-अलग रहता है |
बाजार की मांग और सही समय पर बुआई करने से उत्पादन एव अच्छे भाव ले सकते है| इसी कड़ी में सब्जी की खेती कब करें –
- अगेती सब्जियों की खेती
- पछेती सब्जियों की खेती
- माहवार खेती
- बरसात में सब्जी की खेती
- गर्मी मे सब्जी की खेती
सब्जियों की अगेती खेती –
अगेती खेती से तात्पर्य है की किसी भी फसल को उसकी ऋतु से 30-45 दिन पहले बुआई के देना, सब्जियों की अगेती खेती मे अच्छे बीज, अनुकूल स्थति बनाकर खेती की जाती है| अगेती खेती करने का मुख्य उधेश्य बाजार से अच्छे भाव कमाना है |
इसका सबसे बड़ा फायदा ये है की इन सब्जियों से एक से डेढ़ माह पहले बाजारों में ले जा सकते है इस समय इनकी मांग भी अधिक रहती है इससे किसान भाइयों को अच्छी आमदनी भी प्राप्त होती है| अगेती खेती में जो भी पौधे है वो कीट-रोगों से तथा अधिक या कम तापमान में भी सुरक्षित रहते है |
सब्जियों की पछेती खेती –
पछेती खेती करने का भी एक ही उधेश्य रहता है बाजार से अच्छे लाभ कमाना, सब्जियों को लंबे समय तक बाजार मे बनाए रखना अगेती और पछेती खेती से ही संभव है |
बरसात में सब्जी की खेतीं –
आमतौर पर सभी लोग बरसात के मौसम में भी किसी न किसी प्रकार की खेती करते है और करनी भी चाहिए बरसात के मौसम में आप टमाटर, बैंगन, भिन्डी, लतेदार सब्जियां, फ्रेंचबीन आदि की खेती कर सकते है| इस समय आप गोबर खाद या कम्पोस्ट खाद का ही उपयोग करे ताकि सब्जियां आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सके |
गर्मी के मौसम की सब्जियों की खेती –
बाजार और मंडियों मे हर सब्जी फसल की मांग पूरे वर्ष रहती है गर्मी मे सब्जी करना अच्छे लाभ का सौदा होता है क्योंकि इस समय बाजार मे पूर्ति कम हो पाती है| गर्मी ऋतु मे फसलों की उत्पादन क्षमता थोड़ी कम होती है, लेकिन बड़े किसान ग्रीन हाउस/पॉली हाउस की मदद से गर्मी के मौसम की सब्जियों की खेती अच्छे से कर लेते है |
माहवार सब्जी की खेती (Monthly vegetable cultivation) ?
खेती मे आज के समय एक से एक तकनीक, उन्नत बीज, आदि का आगमन हुआ है जिनके कारण बेमौसमी सब्जी की खेती करना संभव बना दिया है| इसी और किस महीने मे कौनसी फसल को लगा सकते है इस प्रकार है –
माह/महीना | सब्जी फसल का नाम |
जनवरी | गाजर, मूली, पालक, बैगन आदि | |
फरवरी | करेला, लौकी, खरबूजा, पालक, फूलगोभी आदि | |
मार्च | ग्वार, करेला, तुरई, पेठा, तरबूज, भिन्डी आदि | |
अप्रेल | मूली, पालक आदि | |
मई | बेंगन, प्याज, मूली, मिर्च आदि | |
जून | खीरा, बीन, भिन्डी, टमाटर, प्याज आदि | |
जुलाई | चोलाई, खीरा ककड़ी, लौकी आदि | |
अगस्त | शलगम, आलू, टमाटर, काली सरसों, पत्ता गोभी आदि | |
सितम्बर | शलगम, आलू, टमाटर, धनियाँ, सौंफ आदि | |
अक्टूम्बर | राजमा, मटर, हरी प्याज, लहसुन आदि | |
नवम्बर | चुकंदर, शिमला मिर्च, लहसुन, मटर आदि | |
दिसंबर | मूली, पालक, पत्ता गोभी, सलाद, बेंगन, प्याज आदि | |
सब्जी की खेती के लाभ –
खेती एक प्रकार का धीरे-धीरे व्यवसाय का रूप ले रही है, क्योंकि सरकार के प्रयास और तकनीक का योगदान समय-समय पर मिल रहा है| अगर आप भी सब्जी खेती करते है तो इसके बहुत सारे लाभ और नुकसान भी है –
- पूरे साल/वर्ष बाजार मे मांग
- खेती मे कम लागत, कम समय में उत्पादन
- नगद आमदनी के साथ अधिक मुनाफा
- घरेलू स्तर पर ताजा प्राप्त होना
- सरकार की योजाये
- सब्जी फसलों का बीमा सुविधा
सब्जी की खेती से कमाई कितनी हो जाती है ?
देश के हर युवा और प्रगतिशील किसानों के मन मे होता है की सब्जी की खेती से कमाई कैसे होती है और कितनी होती है |
आजकल कई ऐसे किसान भाई है जो परम्परागत खेती से हटकर sabjiyon ki kheti से अच्छा मुनाफा कमा रहे है| सब्जी की खेती से लाभ की बात करें तो यह बहुत सारे कारक है जो आमदनी/मुनाफे को प्रभावित करते है |
वैसे देश का किसान किसी भी प्रकार की सब्जी की व्यापारीक खेती कर 60-70 हजार रूपये प्रति एकड़ फसल पर आसानी से कमा सकते है| अगर किसान अधिक ज्ञान, और सूझबूझ से करें तो ज्य मुनाफा और भी काफी आधीक हो सकता है |
भारत मे सब्जी की खेती के आकड़े ?
भारत में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की तरफ से 8 मार्च को जारी आंकड़ो के अनुसार सभी राज्यों में 2021-22 के अनुसार 10 हजार 711 हेक्टेयर में सब्जियों की खेती हो रही है, जिससे लगभग 202.83 मिलियन टन उत्पादन होने का अनुमान है |
पिछले आकड़ों मे वर्ष 2020-21 में 10 हजार 303 हेक्टेयर में 193.61 मिलियन टन का उत्पादन हुआ था |
यह भी जरूर पढ़ें…