[ मिर्च की खेती कैसे करें 2023 ] यहाँ जानें, मिर्च की उन्नत खेती के बारे में पूरी जानकारी – Mirch Ki Kheti In Hindi

Last Updated on May 17, 2023 by krishi sahara

मिर्च कौन से महीने में लगाई जाती है | green chilli farming | मिर्च की खेती में कौन सा खाद डालें | उत्तर प्रदेश में मिर्च की खेती | जून में मिर्च की खेती | राजस्थान में मिर्च की खेती | देसी मिर्च की खेती मिर्च की खेती pdf

आज के समय भारत में मिर्च की खेती 12 महीने तक जा सकती है और मिर्च प्रमुख मसालों मे प्रमुख मसाला फसल है भारतीय सब्जी बाजारों और मंडियों में हरी मिर्च की मांग पूरे साल भर रहती है| इसके चलते किसान मिर्ची की खेती से अच्छी कमाई और मुनाफा कमा सकते हैं किसान को कम लागत के साथ अच्छी पैदावार लेने के लिए मिर्ची की वैज्ञानिक खेती अर्थातः ऑर्गेनिक उन्नत खेती के बारे में जानकारी प्राप्त करके खेती करना चाहिए आइए जानते हैं मिर्च की सफल खेती की संपूर्ण जानकारी –

मिर्ची-की-खेती-कैसे-करें

मिर्च की खेती कब और कैसे करें पूरी जानकारी –

बता दें की यदि किसान मिर्ची की खेती बड़ी मात्रा या अधिक क्षेत्रफल में करते हैं तो इसके लिए सुझाव है कि खेत की मिट्टी की जांच (मृदा परीक्षण) करवा ले फिर ही मिर्ची फसल के लिए आगे की प्रक्रिया करें हर फसल में अलग-अलग पोषक तत्वों की जरूरत होती है, इसलिए मिर्ची की खेती के लिए अपने खेत की मृदा परीक्षण कराना आवश्यक है |

मिर्च की नर्सरी कैसे तैयार करें ?

मिर्च की नर्सरी तैयार करने से पहले किसान को बीज उपचार करना बहुत ही जरूरी है मिर्च के बीजों को उपचार करने से सभी बीच अच्छी तरीके से उपचारित या अंकुरित होते हैं मिर्च की पौध तैयार होने के बाद में मिर्च का पौधा 8 CM से 10 सेंटीमीटर की मिर्च की नर्सरी तैयार हो जाने पर इसका ट्रांसप्लांट करना चाहिए यानी इसको खेत में रोपाई कर देनी चाहिए |

बात करें प्रति एकड़ में मिर्ची के बीज की कितनी आवश्यकता होती है, तो इसके लिए किसान को 100 से 120 ग्राम प्रति एकड़ मिर्ची के बीज की आवश्यकता पड़ती है प्रति एकड़ पौधों की बात करें तो मिर्ची के 11000 से लेकर 12000 पौधे प्रति एकड़ प्लांट की आवश्यकता होती है |

मिर्ची-की-खेती

मिर्च की खेती कब की जाती है?

देश मे किसान मिर्ची की खेती और मिर्ची की फसल को वर्ष मे तीन बार कर सकता है वैसे तो हमारे देश के किसान भाई ज्यादातर खरीब की फसल को महत्व देते है और इस ऋतु मे खेती का आकड़ों मे रकबा भी काफी है| सारणी मे –

वर्षा ऋतु शरद ऋतु ग्रीष्म ऋतु
वर्षा ऋतु की फसल लेने के लिए किसान को उत्तम समय जून जुलाई का है | सितम्बर-अक्टूबर मे मिर्च की बुआई कर देनी चाहिए |ग्रीष्म कालीन मौसम की फसल मुख्यतः फरवरी-मार्च मे बुआई कर दी जाती है

उपयुक्त मिट्टी –

बात करें इसकी खेती के लिए अनुकूल मिट्टी की तो लगभग भारत की सभी प्रकार के क्षेत्रों में इसकी खेती की जा सकती है | लेकिन मुख्यतः काली, पीली मिट्टी, बलुई मिट्टी, चिकनी, मटियार मिट्टी लेटेराइट जैसी अन्य प्रकार की जीवाश्म युक्त मिट्टी में मिर्ची सफल खेती कर सकते हैं |

मिर्ची-की-खेती-का-समय

जलवाऊ और तापमान –

मिर्ची की खेती के लिए 15 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान अति उत्तम माना गया है इस तापमान के बीच में खेती उन्नत फसल ले सकते हैं 15-30 तापमान से कम या ज्यादा टेंपरेचर होता है तो इसमें मिर्ची के उत्पादन में कमी हो सकती है |

खेत की तैयारी –

किसान को मिर्ची की खेती तैयारी के लिए खेत में खाद डालकर खेत में हल, कल्टीवेटर, रोटेवर की सहायता से खेत को अच्छी तरह से जुताई करवा लेनी चाहिए अच्छी जुताई जिससे खेत की मिट्टी पूरी तरह से खुल जाए और भूमि मे बनी केशिकत्व नलिया टूट जाए |  

पौधे से पौधे की दूरी –

बात करें मिर्ची के पौधे से पौधे की दूरी तो इसके लिए किसान को डेढ़ से दो फीट के बीच में पौधे से पौधे की दूरी रखनी चाहिए तथा कतार से कतार की दूरी ढाई से 3 फीट रखें मिर्ची की अच्छी पैदावार और उत्तम फसल लेने के लिए सही माना गया तरीका है |

हाइब्रिड-मिर्च-की-खेती

Mirch Ki kism/mirch ki unnat kisme –

वैसे तो हमारे देश के अलग-अलग क्षेत्रों में वहां की जलवायु के हिसाब से मिर्च की किस्में विकसित की गई है तो हो सके तो किसान अपने क्षेत्र में प्रचलित मिर्ची की किस्मों की ही बुवाई करें वैसे मौसम के हिसाब से हाइब्रिड उन्नत किस्म की मदद करें तो –

  • काशी अनमोल
  • काशी विश्वनाथ
  • जवाहर मिर्च – 218
  • अर्का सुफल
  • एचपीएच-1900 – 2680,
  • यूएस-611-720
  • काशी अर्ली
  • काशी सुर्ख या काशी हरिता

मिर्च की खेती में लगने वाले रोग –

इसकी खेती मे लगने वाले रोंगों मे मुख्य रूप से जड़ गलन (आद्रगलन), पती गलन, स्यूडोमोनस सोलेनेसियेरम, प्रण कुंचन (पत्तिया सुखना) जैसे रोंग है, जो मिर्ची की खेती को प्रभावित करते है किसान भाइयों को बता दे की इन रोंगों से बचने के लिए बीज बुआई या नर्सरी की तैयारी के समय बीजों को उपचरित करके आनगे की खेती प्रक्रिया करे मिर्ची का बीजों को उपचारित करने के लिए थायोमिथम्जाम दवा का 5 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज मे प्रयोग कर बीज को उपचारित कर लेवे |

मिर्ची-में-मकड़ी-की-दवा

इसके साथ ही मिर्ची की खेती मे थ्रीप्स, सफेद मक्खी, माइट (हेमीटारयोनेमसलाटस) जैसे कीटों का भी ज्यादा प्रकोप रहता है जो किसान को सावधान रहना होता है |

मिर्च की खेती pdf डाउनलोड करें ?

किसान भाइयों सरकार और प्रमुख संस्थायो द्वारा मिर्च की खेती के लिए प्रमाणित तौर तरीकों के लिए – मिर्च की खेती pdf

हरी मिर्च के उत्पादन में कौन सा राज्य अग्रणी है ?

भारत में मिर्च की खेती और उत्पादन में मुख्य अग्रणी राज्य – आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उड़ीसा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, तथा राजस्थान इन शीर्ष मिर्च उत्पादक राज्यों मे से भारत की कुल मिर्ची की उपज का लगभग 80% मिर्च पैदावर का हिस्सा है |

यह भी जरूर पढ़ें…

दुसरो को भेजे - link share

Leave a Comment