Last Updated on September 9, 2023 by krishi sahara
भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा हर साल फसलों की लागत के अनुसार फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सूची जारी करती है | वर्तमान समय में कुल 23 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाती है | इसी और आज बात करेंगे वर्तमान मंडियों में आने वाली, खरीफ की फसल का समर्थन मूल्य सूची के बारें में –
![[ खरीफ की फसल का समर्थन मूल्य सूची 2023-24 ] जानिए लेटेस्ट MSP list 2023 - धान, सोयाबीन, कपास, बाजरा, मक्का, मूंग, मूंगफली, सूरजमुखी 1 खरीफ-की-फसल-का-समर्थन-मूल्य-सूची](https://www.krishisahara.com/wp-content/uploads/2023/06/%E0%A4%96%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AB-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AB%E0%A4%B8%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%A8-%E0%A4%AE%E0%A5%82%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%AF-%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%9A%E0%A5%80.jpeg)
2023 की खरीफ फसलों की मूल्य सूची में धान, ज्वार , बाजरा, रागी, मक्का, तूर (अरहर), मूंग, उड़द, मूंगफली, सूरजमुखी बीज ,सोयाबीन (पीला), तिल, रामतिल, कपास (मध्यम रेशा), कपास (लंबा रेशा) जिसों पर खरीदी की जाएगी |
खरीफ की फसल का समर्थन मूल्य सूची 2023?
फसल का नाम | 2023-24 समर्थन मूल्य |
कपास (मध्यम रेशा) | 6620रु/क्विंटल |
कपास (लंबा रेशा) | 7020रु/क्विंटल |
बाजरा | 2500रु/क्विंटल |
ज्वार | 3180रु/क्विंटल |
धान A ग्रेड | 2203रु/क्विंटल |
सोयाबीन (पीला) | 4600रु/क्विंटल |
मूंगफली | 6377रु/क्विंटल |
तिल | 8635रु/क्विंटल |
मूंग | 8558रु/क्विंटल |
उड़द | 6950रु/क्विंटल |
मक्का | 2090रु/क्विंटल |
काले गेहूं की खेती कैसे ? | टमाटर में फल फूल की दवा |
रागी | 3846रु/क्विंटल |
सूरजमुखी बीज | 6760रु/क्विंटल |
तूर (अरहर) | 7000रु/क्विंटल |
सीजन 2023-24 के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP क्या है?
इस बार के खरीफ सीजन 2023-24 में सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2183रु/क्विंटल रखा है, और धान Great -A MSP रेट 2203रु/क्विंटल की दर से सरकारी खरीदी की जाएगी |
मक्का का समर्थन मूल्य 2023-24 ?
वर्ष 2023-24 में मक्का का समर्थन मूल्य 2090 रुपए/ क्विंटल रखा गया है, पिछले साल की सरकारी रेट में __ रु/क्विंटल की वृद्धि की गई | हर साल बाजार में मक्का का भाव कमजोर होने के कारण किसान MSP रेट पर बेचने के इंतजार मे रहते है| जानकारी के लिए बता दे की वर्ष 2014-15 में मक्का का रेट 1310 रु/क्विंटल था |
सोयाबीन का समर्थन मूल्य क्या है ?
देश-विदेश में बढ़ती सोयाबीन की मांग के कारण पिछले 7-8 सालों में सोयाबीन की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है | 2014 में सोयाबीन की कीमत 2560 रु प्रति कुंटल थी, जो वर्तमान 2023 में 4600 रुपए प्रति कुंटल का सरकारी रेट है, जबकि बाहरी बाजार में 5500 रु/क्विंटल के आस-पास के भावों मे बिकता है |
बाजरे का समर्थन मूल्य ?
खरीफ फ़सली सीजन 2023-24 में बाजरे का समर्थन मूल्य 2500रु/ क्विंटल रखा है | पिछली बार बाजरे पर सरकारी खरीदी अच्छी मात्रा मे हुई, बाजरे को मंडियों के बहार भाव अच्छे नहीं मिले | इस बार पिछली कीमतों में ___ रु/ क्विंटल की बढ़ोतरी की गया है, जिससे सरकारी खरीदी में अच्छी मात्रा देखी जा सकती है |
एमपी में मूंग का समर्थन मूल्य क्या है ?
इस बार मूंग की सरकारी रेट पर खरीदी 8558 रु/क्विंटल रेट पर की जा रही है | इस बार मूंग के MSP रेट में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है, पिछले साल मूंग__ था, जिसमे __ रु की बढ़ोतरी करके इस बार __ रुपये/क्विंटल के समर्थन मूल्य मे खरीदी की जाएगी |
इस बार खरीफ की फसलों की खरीदी को लेकर सरकार का प्लान क्या है ?
देश की कृषि 2023 में दुनिया के सभी देशों को दिखाई दे रही है, रूस-यूक्रेन के अलावा दुनिया के कई देशों को कृषि उपज और उत्पादों को अच्छी मात्रा निर्यात किया गया था | रबी फसलों की msp पर खरीदी न होने के कारण सरकार ने कई फसलों के निर्यात पर रोक लगा दी है |
इस बार खरीफ फसलों की MSP कीमतों में अच्छी वृद्धि करके, अच्छी मात्रा में खरीदी करने का प्लान है |
MSP की घोषणा कौन करता है ?
हर सीजन में फसलों की बुआई से पहले देश का कृषि मंत्रालय ओर सहकारिता विभाग की और से एमएसपी की घोषणा की जाती है, जिसमे फसल की लागत और मुनाफे को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य सूची जारी की जाती है |
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24 pdf
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी लिस्ट देखने के लिए – न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24 pdf
हर साल MSP कितनी फसलों को दिया जाता है?
सभी सीजन की फसलों को मिलाकर 2023-24 में कुल 23 फसलों को msp दिया जा रहा है | एमएसपी/MSP का फुलफॉर्म “मिनिमम सपोर्ट प्राइस” जिसे हिन्दी में न्यूनतम समर्थन मूल्य कहते है |
किसान की फसलों को बाजार में भाव नहीं मिलने, या पैदावार अधिक होने से लोकल बाजार में फसलों को आधे दाम भी नहीं मिल पाते है, इसी कारण केंद्र सरकार किसानों के लिए यह स्कीम लाई, जिससे आज हर फसल पर किसान MSP लागू करने की मांग कर रहा है |
यह भी जरूर पढ़ें…