[ लोकवन गेहूं की खेती 2024 ] जानिए लोकवन गेहूं प्राइस, बीज-किस्म, बुवाई, उत्पादन पैदावार | Lokwan Wheat Variety

Last Updated on January 6, 2024 by krishisahara

यदि आप इस बार लोकवन गेहूं की खेती करना चाहते है, तो फिर आप बिलकुल ही सही जगह आए हो | आज के समय अच्छी क्वालिटी के गेहूं की मांग बाजार में बनी रहती है, जिसके कारण किसान भी इन अच्छी वैराइटी की खेती करके मुनाफा कमा रहे है |

लोकवन-गेहूं-की-खेती-कैसें-करें

लोकवन गेहूं की जानकारी –

देश में रबी सीजन की फसलों में कम सिंचाई पानी से तैयार होने वाली किस्मों में शामिल लोकवन गेहूं भी है | इसकी मांग अच्छे भावों में बनी रहती है | किसान भाइयों लोकवन गेहूं की खेती करने से आपको दो लाभ हो सकते है- सिंचाई हेतु कम पानी की आवश्यकता और इसकी उपज पैदावार अन्य सामान्य गेहूं की तुलना अधिक बैठती है |

लोकवन गेहूं की खेती कैसें करें ?

उन्नत खेती हेतु, सावधानी के तौर पर अपने खेत की मिट्टी की जांच करवा लेनी है | खेत की तैयारी से लेकर बुवाई, सिंचाई, रोग-कीट देखभाल जैसी जरूरी आवश्यकताओ को ध्यान में रखकर लोकवन गेहूं किस्म से अच्छा उत्पादन ले सकते है –

खेत मिट्टी की तैयारी ?

सर्वप्रथम मिट्टी जाँच के अनुसार खाद-उर्वरकों को डालकर 2-3 गहरी जुताई करा लेनी चाहिए | जुताई के बाद खेत को 10-15 दिन धूप लगने हेतु खुला छोड़ना चाहिए | खेत में हल्की नमी हेतु दो दिन पहले, खाली खेत में एक सिंचाई का सकते है |

फसल को सदा मजबूत और खुराक के लिए गाय, भैंस और अन्य पशुओं की पक्की/सूखी गोबर खाद को बुवाई से पहले खेत में डाल सकते है |

जलवायु और उपयुक्त मिट्टी ?

फसल के अच्छे ग्रोथ के लिए अच्छी धूप/जलवायु और मिट्टी का होना जरूरी है | समशीतोषण जलवायु उपयुक्त मानी गई है, बुवाई ओर फसल के मध्यवस्था तक 20-25 डिग्री सेंटीग्रेट का तापमान अनुकूल रहता | लोकवन गेहूं की खेती बलुई दोमट, भारी दोमट तथा मटियार, भूरी चिकनी मृदा मे अच्छी तरह फलती-फूलती है |

लोकवन गेहूं बीजोउपचार और बुवाई ?

लोकवान गेहूं के बुआई से पहले बीजोपचार के लिए कार्बनडाजिम 50% wp 2-3 ग्राम दवा/किलों बीज के हिसाब से सीड़ड्रिल मशीन से बुआई करें | बीजोपचार में थीरम, मैंकोजेब जैसी दवा को भी काम में ले सकते है |

सिंचाई कैसें करें ?

शुरुआत की 2 सिंचाई हर 10 दिन के अंतराल में कर सकते है, जबकि इस बाद हर 20 दिन में 2 सिंचाई कर सकते है | ध्यान रखे तेज धूप के कारण मिट्टी में दरारे पड़ रही है, तो सिंचाई की पूरी करना चाहिए |

रोग और फसल की देखभाल कैसें करें ?

  • बीज को उपचारित करके बोए, ज्यादा यूरिया का प्रयोग ना करें |
  • गेहूं की फसल में किसी भी प्रकार की खरपतवार, घास या अन्य झाड़ियां का विशेष ध्यान रखे |
  • ज्यादा सिंचाई ना करें, फसल पीला होना जैसी समस्या होने की संभवना रहती है |
  • अधिक धुंध के समय वायुमंडल का तापमान काफी गिर जाता, जिसके कारण माहू/चेपा रोग बढ़ने लगता है, इसका समय पर दवा उपचार करना चाहिए |

लोकवन गेहूं का प्रति एकड़ पैदावार ?

लोकवन गेहूं की पैदावार 55 से 65 क्विंटल/हेक्टेयर आकी जाती है | कम सिंचाई व्यवस्था में इतना उपज देना उन्नत किस्म में अपना विशेष गुण रहता है |

लोकवान गेहूं क्या है, लोकवन गेहूं कि विशेषताएं ?

  1. लोकवान गेहूं का बीज दिखाने में चमकीले सुनहरे रंग के होते है |
  2. इस लोकवान गेहूं किस्म को कई बड़ी-बड़ी औधोगिक ईकाइया खरीदना पसंद करती है | लोकवन गेहूं से निर्मित बिस्किट काफी स्वादिष्ट ओर पोष्टिक होते है |
  3. लोकवान गेहूं का उपयोग मैदा, रवा, खाध्य चीजे बनाई जाती है |
  4. इस किस्म में चमक और दाना वजनदार होते है|
  5. सामान्य गेहूं की तुलना में लोकवन किस्म की पैदावार अधिक पैदावार होती है|

lokwan wheat price, lokwan wheat quality ?

उच्च क्वालिटी के कारण लोकवान गेहूं की मांग पूरे सालभर बनी रहती है | भावों की बात करें तो लोकवन वैराइटी इस साल 2200 से लेकर 2800 के आस-पास भावों में बिक रहा है |

lokwan wheat 25 kg price ?

25 किलोग्राम लोकवन का भाव 600 रुपए है – वर्तमान में ऑनलाइन भाव देखने के लिए – lokwan wheat 25 kg

lokwan wheat variety की बाजार में मांग ?

लोकवान गेहूं की बांग बाजार में अधिक है, खाने में स्वादिष्ट, पोष्टिक गुणों से भरपूर, दिखने में चमकदार, कम सिंचाई पानी में तैयार, खाध्य सामग्रियों में उपयोग के कारण लोकवन गेहूं की मांग है| कृषि बाजार में इस वैराइटी के बीज बुवाई के आकड़ों से भी अंदाजा लगाया जा सकता है, किसान इस किस्म की और क्यों आगे आ रहे है |

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