nariyal ka ped | नारियल का पेड़ कैसा होता है | नारियल का पेड़ कैसे लगाये | nariyal ka ped | about coconut tree in hindi | nariyal ki kheti
नारियल फल हिन्दुओं के धार्मिक कार्यों से लेकर दवाइयों, औषधीय, जूस, मानव स्वस्थय, तेल, मिठाईया आदि मे राजा भईया बन रखा है | भारत में नारियल की खेती और नारियल का उत्पादन अच्छे स्तर पर किया जाता है | अधिक मात्रा मे नारियल के उत्पादन को देखते हुए भारत सरकार ने उद्योग के विकास के लिए सन 1981 में नारियल विकास बोर्ड का गठन- मुख्यालय केरल के कोच्ची मे रखा |
नारियल अपने बहु-औषधीय गुणों के कारण मे भारतीय बाजारों मे अपनी पहचान बना रखा है, आइए जानते है देश मे नारियल के पेड़, खेती, उत्पादन, प्रमुख थोक बाजार, प्रमुख उत्पादित क्षेत्रों आदि के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी –
![[ नारियल का पेड़ 2022- 23 ] जानिए नारियल का पेड़ कैसा होता है, कैसे लगाये, अंकुरित कैसे करें - nariyal ka ped full info in hindi 1 नारियल-का-पेड़-कैसा-होता-है](http://598482-1935100-raikfcquaxqncofqfm.stackpathdns.com/wp-content/uploads/2021/09/%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A4%A1%E0%A4%BC-%E0%A4%95%E0%A5%88%E0%A4%B8%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88_opt.jpg)
नारियल को एक बार लगाने के बाद कई सालों-साल फल देता रहता है, प्रकर्तिक रूप से यह मुख्यतः समुद्र के किनारे या नमकीन लवणीय मिट्टी मे फलता-फूलता है |
नारियल का पेड़ कैसा होता है ?
इस पेड़ उचाई अधिक होती है लेकिन आजकल की कृषि तकनीक ने नारियल के पेड़ों की नई वैराइटिया विकसित की है , जिसमे नारियल का पेड़ कम उचाई पर ही फल-फूल और अपनी आयु पूरी कर लेता है | सदाबहार पेड़ों की श्रेणी का यह पेड़ सूखा, पाला, आंधी और गर्मी मे बिना असर के खड़ा रहता है –
बौने नारियल के पेड़ ऊंचाई | 20 से 60 फीट तक |
लंबे नारियल के पेड़ ऊंचाई | 100 फीट तक |
नारियल पेड़ की आयु | 80 से 100 साल/ वर्ष |
नारियल कितने दिन में फल देता है | लगाने के 3-4 साल बाद |
नारियल का पेड़ साल मे कितनी बार फल देता है | 3 से लेकर 5 बार |
नारियल का पेड़ प्रतिवर्ष कितने फल देता | 60 से लेकर 500 नारियल ( आयु और देखरेख पर निर्भर ) |
नारियल उगाने का तरीका / नारियल को अंकुरित कैसे करें ?
नारियल को अंकुरित करने के लिए बीज, 40 वर्ष के पुराने पेड़ का फल चुना जाता है | नारियल के ऊपर के छिलकों को हटा लेते है और अंदर की खोपड़ी पर तीन आखेनुमा गड्ढे होते हैं, जिनमें एक गड्ढा कोमल होता है, जिसमे भ्रूण होता है, जो अंकुरण होकर छोटा पौधा उगाने का काम करता है |
नारियल के भ्रूण वाले भाग को ऊपर की और रखकर 20 से 28 दिन के लिए मिट्टी से ढँककर गाड़ देते हैं | 4 th सप्ताह मे अंकुरित होने लगता है, इस प्रकार सिचाई-खाद, पर्याप्त धूप के साथ नियमित देखभाल रखनी होती है | नारियल पौधा लगभग डेढ़ वर्ष का हो जाने पर पौधे को ट्रांसप्लांट/ खेत-बगचो मे लगा सकते है |
ये भी पढ़े –
![[ नारियल का पेड़ 2022- 23 ] जानिए नारियल का पेड़ कैसा होता है, कैसे लगाये, अंकुरित कैसे करें - nariyal ka ped full info in hindi 2 nariyal-ka-ped](http://598482-1935100-raikfcquaxqncofqfm.stackpathdns.com/wp-content/uploads/2021/09/nariyal-ka-ped_opt.jpg)
नारियल का पेड़ कैसे लगाये ?
पौधा घर पर तैयार करते समय स्वस्थ बीज के लिए 40 वर्ष के पुराने पेड़ का फल चुना जाता है | नर्सरी से लाया हुआ नारियल का पौधा साल की पहली बरसात के समय भूमि मे लगा सकते है | पौधे लगते समय नारियल के 2-दो पेड़ों के बीच की दूरी 25 से 30 फिट की दूरी होनी चाहिए |
नारियल कितने प्रकार के होते हैं?
दुनिया भर में लगभग 13 प्रकार के नारियल फल के पेड़ उगाते है –
- पनामा टॉल
- मेपन नारियल
- मलायन पीला ड्वार्फ नारियल
- फिजी ड्वार्फ
- गोल्डन मलय
- बौना संतरा- ज्यादा गूदे और मीठे पानी के लिए जाना जाता है |
- हरा बौना
- राजा नारियल
- वेस्ट कोस्ट लंबा नारियल
- मकापुनो नारियल
- VHC1 नारियल – यह उचाई मे छोटा और उपजाऊ होता है |
- ईस्ट कोस्ट
- तिप्तूर लंबा
नारियल का पेड़ कितने दिन में फल देता है ?
एक बार लगाने के बाद नारियल के पौधों की देखभाल की जरूरत होती है | अच्छी देखरेख मे तैयार पौधा 3 से 4 साल बाद फल देने लगता है |
भारत मे प्रतिवर्ष नारियल का उत्पादन ?
हाल ही की रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा नारियल पैदावार करने वाला देश बना है | वर्ष 2021 के बीच कुल 21207 मिलियन टन नारियल का उत्पादन हुआ है जो दुनिया का कुल नारियल का 34% है |
देश मे प्रमुख नारियल उत्पादक राज्यो की बात करें तो केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, महाराष्ट्र , बिहार गुजरात, राज्य आते है |
नारियल के प्रमुख उत्पाद कौन-कौन से है ?
उपयोग के आधार पर नारियल को अनेक प्रकार से काम मे लिया जाता है, जैसे – नारियल पानी, बीज, छिलके, पेड की लकडी, पत्ते-टहनी, नारियल रेशा (कोयर), सक्रियित कार्बन, नारियल खोपड़ी चूर्ण एवं कोयला, खोपड़ा (सूखीगरी), नारियल तेल, सुखाया नारियल चूर्ण , नारियल क्रीम एवं दूध, नेटा –डी-कोको, नारियल ताड़ी एवं गुड़, नारियल पेड़ के विविध भागों से निर्मित हस्तशिल्प आदि हैं |
![[ नारियल का पेड़ 2022- 23 ] जानिए नारियल का पेड़ कैसा होता है, कैसे लगाये, अंकुरित कैसे करें - nariyal ka ped full info in hindi 3 नारियल-का-पेड़](http://598482-1935100-raikfcquaxqncofqfm.stackpathdns.com/wp-content/uploads/2021/09/%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A4%A1%E0%A4%BC_opt.jpg)
नारियल उत्पादन में प्रथम देश / नारियल उत्पादन में प्रथम राज्य 2022?
विश्व मे नारियल उत्पादन की दृष्टि से इंडोनेशिया सबसे बड़ा उत्पादन देश है | राष्ट्रीय नारियल उत्पादन रिपोर्ट 2022 के अनुसार भारत का स्थान दुनियाभर मे तीसरा रहा है |
नारियल उत्पादन में प्रथम राज्य की बात करें तो – सर्वाधिक उत्पादन वाला राज्य- केरल है | भारत हर साल नारियल का व्यापार कर देश की GDP मे 2 लाख करोड़ का योगदान देता है |
नारियल थोक बाजार / सबसे बड़ा मार्केट/मंडी कहाँ है ?
नारियल थोक बाजार का सबसे बड़ा मार्केट की बात करें तो दक्षिणी भारत के तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक-बेंगलौर राज्यो मे देखने को मिलेगा जहा रोजाना देश विदशो के लिए नारियल का अच्छा-खासा व्यापार संपन होता है | यहा के बाजारों मे अलग-अलग वैराइटी मे नारियल मिलते है जो फुटकर भाव से 50% यानि आधे से भी कम भावों मे मिल जाता है | –नारियल गोला रेट
ये भी पढ़े –
काजू की खेती से लेकर उत्पादन, काजू टुकड़ी भाव
डीएपी उर्वरक का उपयोग कैसे करें